नालंदा । बिहार के नालंदा जिले में जमीन की रजिस्ट्री करने इजलास पर बैठे हिलसा के रजिस्ट्रार रामप्रवेश चौहान को पटना से आयी विजिलेंस की टीम ने मंगलवार को दस हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया। उनके साथ एक और व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रजिस्ट्रार रामप्रवेश चौहान इजलास पर बैठे थे। तभी बाहर खड़े एक युवक से रवि कुमार नाम के शख्स ने बात की। थोड़ी देर बाद युवक के साथ बाहर बरामदे पर खड़ी एक महिला जोर-जोर से चिल्लाने लगी कि इतना रुपया काहे को ले लिया। इसी बीच पहले से पब्लिक के बीच इजलास के इर्द-गिर्द खड़ी विजिलेंस टीम के अधिकारी ने चेला रवि के हाथों से घूस का रुपए लेते रजिस्ट्रार को गिरफ्तार कर लिया। रजिस्ट्रार रामप्रवेश चौहान तथा उनका चेला रवि कुमार को विजिलेंस की टीम अपने साथ पटना लेकर चली गयी। यहां बता दें कि खुदागंज थाना क्षेत्र के लालगंज निवासी योगेन्द्र प्रसाद यादव की साली रीता देवी तथा उनकी गोतनी सुलेखा देवी अपने गाव माधोपुर निवासी बालदेव दास से ढाई-ढाई कठ्ठा जमीन खरीद रही थी। जमीन निबंधन संबंधी जमा किये गये कागजातों के अवलोकन के बाद रजिस्ट्रार ने खरीदार से कहा कि जमीन रोड के किनारे है इसलिए इसका भैल्यू ज्यादा होगा। इसी मुद्दे को लेकर खरीदार रीता के रिश्तेदार योगेन्द्र तथा रजिस्ट्रार के बीच लेन-देन की बात हुई। योगेन्द्र ने बताया कि रजिस्ट्रार बीस हजार रुपये की माग की। इतनी मोटी रकम देने से इंकार किये जाने पर रजिस्ट्रार कागज को पेंडिंग में डाल दिया। इस बीच विजिलेंस में शिकायत करने के बाद लेन-देन की बात फिर तय हुई। तो मामला दस हजार में तय हुआ और मंगलवार को रजिस्ट्री कराना निश्चित किया गया। योगेन्द्र ने बताया कि रजिस्ट्री से पहले तय हुई दस हजार रुपये को रजिस्ट्रार अपने चेला रवि के पास जमा करने को कहा था। रजिस्ट्रार के कहे अनुसार रवि को दस हजार रुपये दिया और अपने लोगों के साथ इजलास के निकट पहुंचा। तभी विजिलेंस की टीम रवि द्वारा दिये जा रहे दस हजार रुपये के साथ रजिस्ट्रार रामप्रवेश चौहान को पकड़ा।