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एसओजी- आरयू में 6 साल से लीक हो रहे पेपर; प्रोफेसर्स- न पेपर सेट करेंगे, न कॉपियां जांचेंगे

जयपुर.पेपर लीक मामले में एसओजी और राजस्थान यूनिवर्सिटी (आरयू) के प्रोफेसर्स आमने-सामने हो गए हैं। एसओजी ने दावा किया है कि राजस्थान यूनिवर्सिटी से जुड़े कई प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, लेक्चरर पिछले छह साल से पेपर लीक कर रहे थे। उधर, इस मामले में बड़ी संख्या में गिरफ्तारियों के विरोध में राजस्थान यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर से लेकर प्रोफेसर तक विरोध में उतर आए हैं। उन्होंने निर्णय किया है कि 25 अप्रैल के बाद से वे परीक्षा से जुड़े कार्य नहीं करेंगे।
 
इन कामों में उत्तर पुस्तिकाओं की जांच से लेकर पेपर सेटिंग तक शामिल है। इस बीच, एसओजी ने शनिवार को यूनिवर्सिटी के डिप्टी रजिस्ट्रार एमसी गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। अब तक प्रिंसिपल, कई प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसर सहित 18 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। दूसरी ओर, शिक्षकों की घोषणा के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन की चिंता भी बढ़ गई है, क्योंकि इस निर्णय से परीक्षा के अलावा परिणामों को लेकर संकट पैदा हो गया है।
 
पेपर लीक प्रकरण में राजस्थान यूनिवर्सिटी में एबीएसटी डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर महेशचंद्र गुप्ता को शनिवार को निलंबित कर दिया गया है।
 
एसओजी के आईजी दिनेश एमएन ने बताया कि शनिवार को गिरफ्तार डिप्टी रजिस्ट्रार एम.सी. गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग की गोपनीय शाखा के अनुभाग अधिकारी नंदलाल सैनी से एम.कॉम फाइनल के प्रश्न पत्र बनाने वाले प्राध्यापक का नाम की जानकारी ली। इसके बाद उस प्राध्यापक से प्रश्न पत्र प्राप्त करने का प्रयास किया। उधर, पेपर लीक मामले में सस्पेंड किए गए प्रो. जेपी जाट की जगह एसोसिएट प्रो. डॉ. धर्मेन्द्र सिंह चौहान को भूगोल विभाग में एचओडी नियुक्त किया गया है।
 
राजस्थान यूनिवर्सिटी VS एसओजी
 
प्रोफेसर्स बोले- मनमर्जी से कार्रवाई कर रहा एसओजी, सब शिक्षक गलत नहीं
– आरयू शिक्षक संघ और ऑल राजस्थान विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डाॅ. जयंत सिंह व डॉ. बी.डी. रावत ने बताया कि लगातार गिरफ्तारियों के विरोध में 25 अप्रैल से परीक्षा कार्यों का बहिष्कार करेंगे।
– कुछ शिक्षकों ने गेस पैपर विद्यार्थियों को बताए हैं। फोन रिकार्डिंग में भी रुपयों का लेनदेन साबित नहीं हो पा रहा है।
– एसओजी मनमाफिक कार्रवाई कर रहा है। यूनिवर्सिटी के हर शिक्षक पर शक गलत है।
– वर्तमान परिस्थितियों में यूनिवर्सिटी के शिक्षक परीक्षा कार्यों के लिए काम करने में असुविधा महसूस कर रहे हैं।
 
एसओजी ने कहा : आरोपियों के खिलाफ हमारे पास पुख्ता सबूत
 
– एसओजी के अफसरों का दावा है कि राजस्थान यूनिवर्सिटी व उसके संगठक कॉलेजों की परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों के साथ पिछले 6 साल से धोखाधड़ी की जाती रही, पेपर लीक किए गए।
– प्रोफेसर व लेक्चरर शहर के बड़े पब्लिशर, वनवीक सीरीज बनाने वाले पब्लिशर्स को प्रश्न पत्र बताकर मोटा पैसा बनाते रहे।
– जांच में खुलासा हुआ है कि परीक्षाओं से तीन-तीन दिन पहले ही प्रोफेसर्स ने पेपर बाजार में उतार दिए।
– किसी भी प्रोफेसर को बेवजह परेशान नहीं किया जा रहा। हमारे पास आरोपियों की कॉल रिकॉर्डिंग सहित कई अन्य पुख्ता सबूत हैं।
 
लीकेज कहीं भी…पिस रहे स्टूडेंट्स
 
राजस्थान यूनिवर्सिटी में पेपर लीक मामले का खुलासा होने के बाद सबसे ज्यादा असर स्टूडेंट्‌स पर पड़ रहा है। अब तक 6 पेपर रद्‌द किए जा चुके हैं। इनकी परीक्षा तिथियों का ऐलान अभी नहीं हुआ है। अागामी समय में कौनसा पेपर रद्‌द हो जाए, यह भी अभी तय नहीं है। इस बीच, तय समय पर परीक्षा परिणाम जारी होने पर भी संशय पैदा हो गया है।
 
नए सत्र में क्लासेज का प्रभावित होने का भी अंदेशा है। राज्यपाल के आदेश अनुसार यूनिवर्सिटी प्रशासन को किसी भी सूरत में 15 जून तक परिणाम जारी करने हैं, ताकि 1 जुलाई से नियमित क्लासेज लग सकें। यूनिवर्सिटी में 550 शिक्षक काम कर रहे हैं।

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