आपको बता दें कि मौजूदा समय में भाजपा और शिवसेना के संबंध कुछ ठीक नहीं हैं। लेकिन इस महीने के शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली में आयोजित एनडीए नेताओं के डिनर में उन्होंने हिस्सा लिया था। ठाकरे ने भाजपा उम्मीदवार को समर्थन देने की बात भी कही थी। लेकिन अगर पिछले 2 सालों के चुनावों को देखा जाए तो शिवसेना ने कांग्रेस उम्मीदवारों का ही समर्थन किया है।
इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने राष्ट्रपति चुनाव निर्विरोध कराए जाने की बात की थी। पवार सोलापुर में एक कार्यक्रम में शरीक हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विपक्ष से बात करके राष्ट्रपति चुनाव निर्विरोध करा सकते हैं।
हालांकि खुद शरद पवार ने राष्ट्रपति पद की दौड़ में खुद को शामिल करने की बात का खंडन किया है। उनकी पार्टी भी ये बात कह रही है कि वो राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार नहीं बनेंगे।