एक्टर विनोद खन्ना का लंबी बीमारी के बाद मुंबई में 70 साल की उम्र में निधन हो गया है। विनोद खन्ना गुरदासपुर से बीजेपी के सांसद भी थे। वह लंबे समय से ब्लड कैंसर से पीड़ित थे। दोपहर बाद उनका पार्थिव शरीर उनके मालाबार हिल स्थित उनके घर लाया गया जहां अमिताभ बच्चन सहित बॉलीवुड की तमाम बड़ी हस्तियों ने अपने प्रिय सितारे के अंतिम दर्शन किए। देर शाम 5 बजे करीब उनके घर से शवयात्रा अंतिम संस्कार के लिए वर्ली शमशान घाट के लिए निकली। शवयात्रा के साथ बॉलीवुड शंहशाह अमिताभ बच्चन और उनके बेटे अभिषेक बच्चन के अलावा गुलजार, सुभाष घई, ऋषि कपूर जैसी बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं।

उनके बेटे राहुल खन्ना को शायद उनकी मौत का अंदाजा कुछ दिन पहले ही हो गया था। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर 23 अप्रैल को एक तस्वीर शेयर की थी और उसके साथ लिखा था, ‘एक और सूर्यास्त’। पूरा बॉलीवुड विनोद खन्ना की मौत की खबर से सदमे मे है। अमिताभ बच्चन ‘सरकार 3’ के प्रमोशन के लिए एक इंटरव्यू दे रहे थे। जैसे ही उन्हें पता चला कि विनोद खन्ना का निधन हो गया है। उन्होंने अपना इंटरव्यू बीच में ही छोड़ दिया और उनके परिवार से मिलने हॉस्पिटल पहुंच गए।
उधर पीएम मोदी ने भी विनोद खन्ना के निधन पर दुख जताया है। ट्वीट कर उन्होंने लिखा, ‘विनोद खन्ना एक पॉपुलर एक्टर के साथ समर्पित नेता और अद्भुत व्यक्ति थे। उनके निधन पर दुखी हूं। मेरी संवदनाएं साथ हैं।’ कुछ दिन पहले विनोद खन्ना की अस्पताल में इलाज के दौरान की एक फोटो खूब वायरल हुई थी। इस तस्वीर में विनोद खन्ना काफी कमजोर और बीमार नजर आ रहे थे। लोग उनकी ये तस्वीर देखकर हैरत में पड़ गए थे।
विनोद खन्ना काफी समय से सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। विनोद खन्ना अपनी बेटी कविता खन्ना, बेटे राहुल, अक्षय और साक्षी के साथ मुंबई में रहते थे।
विनोद खन्ना 70 के दशक के फेमस एक्टर्स में से एक थे। उन्होंने हीरो से पहले विलेन के रोल भी किए थे। 1968 में फिल्म ‘मन का मीत’ में काम करने के बाद उन्हें पहचान मिलना शुरू हुई थी।
इसके बाद विनोद खन्ना ने ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘इम्तिहान’, ‘इनकार’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘लहू के दो रंग’, ‘कुर्बानी’, ‘दयावान’ और ‘जुर्म’ जैसी फिल्मों में यादगार अभिनय किया। वो आखिरी बार 2015 में शाहरुख खान की फिल्म ‘दिलवाले’ में नजर आए थे।