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सोशल मीडिया पर छिड़ी जंग- आखिर ‘बाहुबली’ का धर्म क्या है?

बाहुबली 2 में कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा का जवाब जानने के बाद अब एक और सवाल उठ रहा है – ये है कि बाहुबली का धर्म क्या है?

सोशल मीडिया पर छिड़ी जंग- आखिर 'बाहुबली' का धर्म क्या है?

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सुनने में भले ही ये अटपटा लगे लेकिन बाहुबली 2 का का एक पोस्टर खूब देखा जा रहा है. पहले तो कुछ समझ नहीं आया लेकिन फिर साफ हुआ कि बाहुबली को हिंदुओं की फिल्म घोषित करने के लिए ऐसा किया गया है.

निशाने पर आमिर और अक्षय
फिल्म को लेकर अभी तक तेलुगु सिनेमा और बॉलीवुड में जंग छिड़ी थी लेकिन अब ये जंग धर्म की लड़ाई बनती जा रही है. भले ही बाहुबली 2 के डायरेक्टर एसएस राजामौली भगवान पर विश्वास नहीं करते लेकिन उनकी फिल्म अब हिंदू धर्म और सभ्यता का प्रतीक बना दी गई है.

फिल्मी बीट की एक खबर के अनुसार, बाहुबली के फैन शाहरूख-सलमान-आमिर पर जमकर निशाना साध रहे हैं. कहा जा रहा है कि हिंदू धर्म का मजाक बनाए बिना भी फिल्में बन सकती हैं और ये सभी को बाहुबली से सीखना चाहिए. वहीं अक्षय कुमार की ओह माय गॉड को भी निशाने पर लेते हुए कहा जा रहा है कि भगवान के साथ चलकर भी अच्छी फिल्में बनाई जा सकती हैं.

क्या हिंदू धर्म का प्रतीक है बाहुबली
सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि बाहुबली भव्य तरीके से हिंदू धर्म का प्रचार करती है. दरअसल, माहिष्मती की दोनों महिला किरदार – शिवगामी और देवसेना को हिंदू औरतों का उत्तम प्रतीक माना जा रहा है.

फिर फिल्म में शिवुदु का शिवलिंग स्थापित कर उसका जलाभिषेक करना, माहिष्मती में हाथी के भगवान की पूजा होना और देवसेना के राज्य में कृष्ण की पूजा होना, इन सब के आधार पर ऐसी बातें कही जा रही हैं.

जानें बाहुबली को दो हिस्सों में क्यों बनाया गया…

नेशनल अवॉर्ड पर भी सवाल
बता दें कि बाहुबली 1 के लिए एसएस राजामौली को नेशनल अवॉर्ड दिया गया है. इस आधार पर ये चर्चा भी हो रही है कि बाहुबली, भाजपा और हिंदुओं की फिल्म है. वरना अधूरी फिल्म को नेशनल अवॉर्ड देने की कोई जरूरत नहीं थी.

बाहुबली 2 की ताबड़तोड़ की कमाई के पीछे भी इस वजह को बड़ा माना जा रहा है ना कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा….खैर एक शानदार और दिल से बनाई गई फिल्म को धर्म के नाम पर खींचने वालों को अब क्या कहा जाए !

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