पीएम मोदी के बड़े फैन अक्षय कुमार हमेशा सैनिकों की मदद कर सुर्खियों में रहते हैं। अब वह भाजपा की टिकट पर यहां से चुनाव लड़ सकते हैं। जी हां, आपने सही पढ़ा। भाजपा सरकार के कामों की अकसर तारीफ करने वाले अक्षय कुमार अब भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
दरअसल, सांसद विनोद खन्ना के निधन के बाद खाली हुई गुरदासपुर-पठानकोट लोकसभा सीट पर उपचुनाव में विनोद खन्ना की पत्नी कविता के साथ अक्षय कुमार का नाम भी चर्चा में है। यहां बताना जरूरी है कि इस सीट को लेकर सिर्फ अक्षय कुमार ही नही बल्कि ऋषि कपूर तथा सन्नी दियोल का नाम भी सामने आ रहा है। लेकिन सूत्रों के अनुसार, भाजपा अक्षय को टिकट दे सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैन अक्षय कभी किसानों तो कभी सैनिकों की मदद कर सुर्खियों में रहते हैं।
हालांकि एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक अक्षय कुमार ने ऐसी खबरों का खंडन किया है। अक्षय ने कहा कि वह फिल्मों की शूटिंग में वयस्त है, ऐसा कुछ नहीं है। भाजपा जिला महामंत्री विजय वर्मा ने कहा, ‘वैसे यहां से कविता सही उम्मीदवार हैं। बावजूद इसके पार्टी जिसे टिकट देगी, हम उसका साथ देंगे।’
उधर, राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म है कि भाजपा अक्षय खन्ना को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। ऐसे कयास इसलिए भी लगाए जा रहे हैं क्योंकि भाजपा परिवार की विरासत परिवार में रखना चाहेगी। इसका एक कारण विनोद खन्ना भी हैं। उनकी मौत के बाद लोगों की सहानुभूति अक्षय खन्ना को मिल सकती है।
2009 में अक्षय अपने पिता के लिए प्रचार भी कर चुके हैं। ऐसे में उनका फेस गुरदासपुर के लिए नया नहीं होगा। अक्षय खन्ना का फिल्म करियर भी कुछ खास नहीं रहा। 42 साल के अक्षय खन्ना की आखिरी फिल्म साल 2016 में आई ‘ढिशूम’ थी। इस फिल्म के जरिए अक्षय ने लगभग 5 सालों बाद बॉलीवुड में वापिसी की थी।
दुर्भाग्य से यह फिल्म भी कुछ खास नहीं कर पाई। अक्षय ने अपने 19 साल के करियर में 37 फिल्में की हैं। एक अच्छा एक्टर होने के बाद भी उनका फिल्मी करियर बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा है। उनके लिए भी बॉलीवुड छोड़ राजनीति में आना कोई बड़ी बात नहीं होगी।