लखनऊ। नीदरलैण्ड्स की संस्थाओं, व्यापारिक संगठनों, कम्पनियों आदि से उत्तर प्रदेश में निवेश आकर्षित करने तथा उनके साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमण्डल के साथ आगामी ०१ सितम्बर से नीदरलैण्ड्स की यात्रा पर रहेंगे। वह ०१ सितम्बर को फ्लाइट से एम्सटर्डम पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री ०१ सितम्बर को सुबह फ्लोराहॉलैण्ड आम्समीर स्थित विश्व के सबसे बड़े पुष्प नीलामी केन्द्र का अवलोकन करेंगे। उल्लेखनीय है कि यह केन्द्र विश्व में च्फूलों की राजधानीज् के नाम से विख्यात है। इस केन्द्र के दौरे का उद्देश्य, प्रदेश में फूलों की खेती को किस प्रकार से और बढ़ावा दिया जा सके, यह पता लगाना है। साथ ही, मण्डी में फूलों का एकत्रीकरण तथा उनका रख-रखाव कैसे किया जाए, यह भी इस दौरे का एक अन्य उद्देश्य है। इससे पुष्प उत्पादन की क्षमता बढ़ाने और फूलों के निर्यात में वृद्धि करने में मदद मिलेगी। उसी दिन मुख्यमंत्री ११.०० बजे से दोपहर २.४५ तक नीदरलैण्ड्स एग्रो फूड एण्ड टेक्नोलॉजी सेण्टर (एन०ए०एफ०टी०सी०) के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। एन०ए०एफ०टी०सी० एक पब्लिक-प्राइवेट एसोसिएशन है, जिसे विभिन्न विशेषज्ञता वाले खाद्य समूहों के विकास में महारथ हासिल है। फूड वैल्यू चेन में निपुणता के माध्यम से खाद्य सामग्री की बर्बादी को कम करने के लिए यह संस्था उन्नत खाद्य तकनीकी का उपयोग करने में महारथ रखती है। उचित पोस्ट हार्वेस्टिंग टेक्नोलॉजी तथा फसलों के संग्रहण तथा संरक्षण सम्बन्धी अवस्थापना सुविधाओं के अभाव के चलते प्रदेश में खाद्य उत्पादन का बड़ा हिस्सा बर्बाद हो जाता है। ऐसे में इस संस्था के अनुभव और दक्षता राज्य के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। नीदरलैण्ड्स को उन्नत एग्रो फूड टेक्नोलॉजी के लिए जाना जाता है। ऐसे में नीदरलैण्ड्स से मिलने वाली तकनीक उत्तर प्रदेश के लिए कारगर साबित हो सकती है। इसके उपयोग से जहां एक तरफ फसलों की बर्बादी कम होगी, वहीं दूसरी तरफ इनका प्रसंस्करण प्रभावी ढंग से हो सकेगा। इससे बिचौलियों की भूमिका भी समाप्त हो जाएगी और इसके चलते कृषकों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।