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बिना ब्याही रेप पीड़िता बनी मां, परिजनों ने बच्चे और लड़की को अपनाने से किया मना
यमुनानगर। यमुनानगर के कैल गांव की एक रेप पीड़िता 19 वर्षीय लड़की ने लड़के को जन्म दिया है। लोकलाज के चलते लड़की के परिजनों ने बच्चे और लड़की को अपनाने से मना कर दिया। अब पीड़िता अस्पताल में भर्ती है। रेप के छह आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। फिलहाल लड़की और उसका बच्चा अस्पताल में भर्ती है और चाइल्ड हेल्प लाइन कार्रवाई कर रही है। आगे पढ़िए क्या है पूरा मामला….
– बता दें की कैल गांव की लड़की ने आरोप लगाए थे कि गांव के युवक अमित ने उसके साथ कई महीने तक शादी का झांसा देकर रेप किया।
– मामला उठा तो गांव में पंचायत हुई और मामला दबा दिया गया। पीड़ित परिवार का आरोप है कि ऐसा इसलिए हुए क्योंकि वे दलित हैं और आरोपी स्वर्ण जाति से हैं।
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– सात महीने बाद लड़की के पेट में दर्द हुआ तो गर्भवती होने का पता चला। तब तक वह 7 माह की गर्भवती हो चुकी थी।
– इसके बाद 21 मार्च 2017 को पुलिस को शिकायत दी गई। मुख्य आरोपी अमित समेत कुल छह के खिलाफ मामला दर्ज हुआ लेकिन अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
परिजनों ने कहा नहीं ले जाएंगे गांव
– पीड़िता के परिजनों का कहना है कि उनके ऊपर सामाजिक दबाव इतना है कि ऐसे में बच्चे और लड़की को कैसे गांव लेकर जाएं।
– उसके पिता को क्या नाम देंगे। अगर हम उन्हें लेकर गांव गए तो उन्हें ही गांव से बाहर निकाल दिया जाएगा।
– पीड़िता के परिजनों का कहना है कि उनके ऊपर सामाजिक दबाव इतना है कि ऐसे में बच्चे और लड़की को कैसे गांव लेकर जाएं।
– उसके पिता को क्या नाम देंगे। अगर हम उन्हें लेकर गांव गए तो उन्हें ही गांव से बाहर निकाल दिया जाएगा।
चाइल्ड राइट हेल्प लाइन कर रही काउंसलिंग
– चाइल्ड राइट हेल्प लाइन की रीचा बुद्धिराजा परिजनों की काउंसलिंग करवा रही है लेकिन वे मान नहीं रहे हैं।
– रीचा का कहना है कि सामाजिक दबाव के कारण परिजन ले जाने से मना कर रहे हैं। अभी बच्चे और मां की देखरेख वे कर रहे हैं।
– चाइल्ड राइट हेल्प लाइन की रीचा बुद्धिराजा परिजनों की काउंसलिंग करवा रही है लेकिन वे मान नहीं रहे हैं।
– रीचा का कहना है कि सामाजिक दबाव के कारण परिजन ले जाने से मना कर रहे हैं। अभी बच्चे और मां की देखरेख वे कर रहे हैं।
अब पुलिस कर रही एसआईटी के गठन की बात
– डीएसपी उषा ने अस्पताल पहुंचकर परिजनों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने।
– डीएसपी का कहना है कि पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने की पूरी कोशिश कर रही है। आरोपियों के परिजनों से भी बातचीत की जा रही है। पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन भी करेगी।
– डीएसपी उषा ने अस्पताल पहुंचकर परिजनों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने।
– डीएसपी का कहना है कि पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने की पूरी कोशिश कर रही है। आरोपियों के परिजनों से भी बातचीत की जा रही है। पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन भी करेगी।