सीजफायर उल्लंघन: सीमांत इलाकों के 5 लाख ग्रामीणों पर बेघर होने का खतरा
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रिटायर्ड डीजीपी एमएम खजूरिया के अनुसार कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान का चेहरा बेनकाब हो रहा है। अब फेस सेविंग रणनीति के तहत पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को नए सिरे से दुनिया के सामने लाना चाहता है। इस कारण एलओसी के राजोरी, पुंछ और नौशेरा में लगातार गोलाबारी की गई। अब इसे बार्डर के गांवों में भी दोहराया जा सकता है। भारत की सेना की ओर से जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से सीमा पर तनाव को प्रचारित करने का प्रोपेगंडा चलेगा। सीजफायर का उल्लंघन सोची-समझी रणनीति के तहत हो रहा है।
पाकिस्तान ने सीजफायर के उल्लंघन में रणनीति बदली है। दो साल पहले तक एलओसी की तुलना में बार्डर पर युद्धविराम तोड़ने की घटनाएं अधिक हो रहीं थीं। अब एलओसी ज्यादा अशांत है। बदली हुई रणनीति के पीछे आतंकियों की घुसपैठ के अलावा कश्मीर को विवादित क्षेत्र साबित करने का प्रयास भी शामिल है।
गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 2014 में पाकिस्तान ने कुल 583 बार सीजफायर तोड़ा, जिसमें बार्डर पर 430 बार और एलओसी पर 153 बार गोले दागे। इसी तरह 2015 में बार्डर पर 253 और एलओसी पर 152 बार मोर्टार दागे गए। इसके बाद 2016 में एलओसी के गांवों को 228 बार निशाना बनाया गया, जबकि बार्डर पर सिर्फ 6 बार सीजफायर का उल्लंघन हुआ। यह क्रम इस साल भी जारी है। इस साल अब तक एलओसी पर 56 बार और बार्डर पर 6 बार युद्धविराम तोड़ा गया है। पाकिस्तान की ओर से इस साल के साढ़े चार महीनों में 62 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया है।