मां सेहरा बांधने की तैयारी कर रही थी कि बेटा देश के लिए शहीद हो गया। शहादत की खबर से घर में कोहराम मचा हुआ है, मां बाप रो रोकर बेहाल हैं।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में 8 जून को मानेपुर गांव का 26 वर्षीय नौजवान गुरविंदर सिंह शहीद हो गया। बीएसएफ की 137वीं बटालियन के जवान गुरविंदर की शहादत की खबर फोन पर परिजनों को दी गई, तब से घर में चीख पुकार मची हुई है।
शहीद के पिता सतविंदर सिंह ने बताया कि वीरवार दोपहर बटालियन की तरफ से फोन किया गया था। वहीं खबर फैलते ही गांव में शोक का माहौल बना हुआ है। शहीद की मां सर्बजीत कौर रो-रो कर सुधबुध भूल बैठी।
पिता सतविंदर सिंह ने बताया कि उनके दो बेटे हैं। गुरविंदर बीएसएफ में था तो दूसरा रुपिंदर आर्मी में है। बचपन से ही दोनों में देश सेवा का जज्बा था। गुरविंदर वह 2012 में बीएसएफ की 137 बटालियन में भर्ती हुआ था।
शहीद के पिता ने बताया कि दो माह पूर्व ही जालंधर से पूंछ राजौरी सेक्टर में तैनाती हुई थी। हंसमुख और मिलनसार स्वभाव का उनका बेटा गुरविंदर हॉकी प्लेयर था और जालंधर की हॉकी टीम में खेलता था।
शहीद के पिता ने बताया कि गुरविंदर सिंह की अभी शादी नहीं हुई थी। शादी करने की बातचीत चल रही थी कि यह खबर आ गई। बेटे की शहादत पर परिजनों एवं गांव के लोगों की आंखें तो नम हैं, लेकिन उसकी बहादुरी पर भी सभी को गर्व है।