16 जून को लॉन्च होगी फॉक्सवैगन की नई पोलो
दुनिया भर में मशहूर फॉक्सवैगन की पोलो को 16 जून 2017 को बर्लिन में लॉन्च किया जाएगा। फॉक्सवैगन ने पुरानी कारों की तरह नेक्स्ट जनरेशन पोलो को डिजाइन किया है। रिपोर्ट की मानें तो नेक्स्ट जनरेशन पोलो हैचबैक पुरानी कार के मुकाबले साइज में बड़ी होगी। इस महीने फोक्सवैगन ने 6th जेनरेशन पोलो का विडियो जारी किया था। कंपनी ने खुलासा किया था कि नई 2018 फॉक्सवेगन पोलो के डायमेंशन में बदलाव किया गया है। नई पोलो को एमक्यूबी प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है। बता दें इस कार से पहले कंपनी ने टिगुआन एसयूवी को इसी प्लेटफॉर्म पर तैयार किया था।
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पोलो को लेकर भारत में ये परेशानी थी कि इसमें स्पेस कम मिलता था, लेकिन कंपनी ने इसका केबिन स्पेस बढ़ाकर इस समस्या को भी दूर की दिया है। पहले इस कार में बैठे यात्री को पैर फैलाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिलती थी, लेकिन अब इसका आकार बड़ा होने से इसमें बैठा पैसेंजर आरामदायक यात्रा कर सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि फॉक्सवैगन अपनी नई पोलो हैचबैक में पेट्रोल और डीजल के दोनों वेरिएंट को टर्बोचार्ज्ड इंजन में ला सकती है। 2018 फॉक्सवेगन पोलो का शुरूआती बेस मॉडल 1 लीटर टीएसआई इंजन के साथ और पोलो कार का टॉप मॉडल 1.5 लीटर टीएसआई इंजन के साथ पेश किया जाएगा, जो 130 से 150 bhp रिलीज़ करेगा. फॉक्सवैगन अपनी इस नई पोलो में 1.5 लीटर डीजल इंजन का भी ऑप्शन भी देगी जो 250 nm टॉर्क जनरेट करेगी।
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कंपनी ने इसके भारत में लॉन्चिंग का खुलासा नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह कार अगले साल भारत में भी बिक्री के लिए उपलब्ध हो सकती है। भारतीय बाज़ार के लिए कंपनी 1.2 लीटर इंजन के साथ 1.5 लीटर का डीजल टर्बो इंजन दे सकती है। ताजी रिपोर्ट के अनुसार रीडिजाइन किए गए इस यूरोपीय सुपरमिनी कार की लंबाई पहले से 81एमएम ज्यादा यानी 4053 एमएम, चौड़ाई 69 एमएम ज्यादा यानी 1751 एमएम और उंचाई 97 एमएम कम यानी 1446 है. इसके अलावा व्हीलबेस 2564 एमएम का हो गया है जोकि 2470 एमएम ज्यादा है. इस तरह लंबा व्हीलबेस और ज्यादा चौड़ाई ने कार के अंदर अच्छा खासा जगह बनाया है ताकि पीछे बैठने वाले को आरामदायक सफर का मजा मिल सके. कार के अंदर इंटीरियर अच्छी क्वालिटी और बेहतर तकनीक के साथ मिलना चाहिए. बताया जा रहा है कि इसके अंदर 12.3 इंच का एक्टिव इंफो डिस्प्ले भी दिया गया है.
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डिजाइन को ज्यादा तवज्जो देते हुए 2018 फॉक्सवैगन पोलो को ऐसे फीचर किया गया है कि इसमें इंटीरियर स्पेस अच्छा खासा निकल रहा है. इसकी स्टाइलिंग की बात करें तो नया बम्पर, रीस्टाइल फ्रंट ग्रिल और फॉग लैंप को आकर्षक बनाया गया है। करंट वर्जन के मुकाबले इसकी हेडलाइट काफी स्लिम है।क्लस्टर में एंगुलर रनिंग लाइट देखने को मिलेंगी। रियर को रीवाइस किया गया है। जिसमें टेल लैंप और बम्पर को बेहतर किया गया है। फिलहाल अभी तक केबिन की डिटेल सामने नही आई है लेकिन मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसमें मौजूद इंफोटेनमेंट सिस्टम भी बेहतर है।
साथ ही साथ कंपनी भारतीय मॉडल में बहुत से वो फ़ीचर्स नही लाएगी जिनकी जरुरत भारत में नहीं है। इसके अलावा भारत के CO2 एमिशन नॉर्म्स भी यूरोपियन मार्केट की तरह सख्त नही है जो कंपनी को इसकी कीमत को कन्ट्रोल करने में मदद करेंगे। अगले दो महीने में यानी जून 2017 तक फॉक्सवैगन पोलो का यूरोप में उत्पादन शुरू हो जाएगा और संभव है कि साल के मध्य तक लॉन्च भी हो जाए. पर भारत में ये अगले साल तक ही दस्तक देगी.
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बताया जा रहा है कि भारत में ये कार टाटा मोटर्स के एएमपी प्लेटफार्म पर तैयार की जाएगी.2018 फॉक्सवेगन पोलो मॉडल की इंटीरियर स्पेस को बढ़ाने के लिए कंपनी एक नए प्लेटफार्म पर रिसर्च कर रही है जिसको कंपनी की और भी गाड़ियों के साथ इस्तेमाल किया जा सके। नई पोलो कार फॉक्सवैगन ग्रुप का दूसरा मॉडल है जो MQB A0 प्लेटफार्म पर तैयार की जा रही है, इसे पहले पांचवीं पीढ़ी की कार में सीट इबिजा प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया गया था. ऐसा माना जा रहा है की इसी प्लेटफार्म पर नई वेंटो और कंपनी की आगामी कॉम्पेक्ट एसयूवी भी बनाई जाएगी। अगर ऐसा हो पाया तो प्लेटफॉर्म में लगी लागत को जल्द ही वसूला जा सकेगा ।
2018 फॉक्सवेगन पोलो फीचर्स
लुक की बात करें तो नई पोलो के रीडिजाइन किए गए हेडलैंप और ग्रिल काफी चर्चा में हैं. हेडलैंप में एलईडी सिग्नेचर लाइट को काफी स्लीक बनाया गया है. इसके अलावा सिंगल स्लेट रेडिएटर ग्रिल दिया गया है. इसके बंपर भी काफी आकर्षक लग रहे हैं जिसमें क्रोम से ट्रिमिंग की गई है. ये इसे काफी मजबूत और हार्ड लुक देते हैं. महीन काम और क्रोम ट्रिमिंग के कारण कार प्रीमियम लुक में है.
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पतले रूफलाइन के कारण ग्रीनहाउस काफी स्लीक हो गया है और इन दोनों के कारण कार स्पोर्टी लुक दे रही है. पीछे की तरफ बैक ग्लास का झुकाव भी अंदर की तरफ है जबकि टेल लैंप्स स्क्वायर में हैं. पीछे से देखा जाए तो दोबारा डिजाइन किए गए बंपर और टेलगेट राउंडअप एक नया लुक दे रहे हैं. अपने रीडिजाइन के साथ साथ वीडब्ल्यू पोलो ने अपना प्लेटफार्म भी बदला है. ये अब PQ25 प्लेटफार्म को छोड़कर एक हल्के, ज्यादा सुरक्षित और इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए तैयार MQB A0 ग्लोबल प्लेटफार्म को अपना चुकी है.
2018 फॉक्सवेगन पोलो इंजन
कंपनी इस कार में लेटेस्ट टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल और डीजल इंजन का प्रयोग करेगी. जिसमें 1.0-लीटर TSI थ्री सिलेंडर पेट्रोल, 1.5-लीटर TSI Evo 4 सिलेंडर पेट्रोल और 1.6-लीटर TDI 4 सिलेंडर डीजल इंजन होगा. एक और खास बात जो मीडिया में चर्चा है कि कंपनी इस कार के एंट्री लेवल मॉडल का प्राइस कम करने के लिए 1.0-लीटर MPI 3 सिलेंडर पेट्रोल इंजन के साथ भी कार को लॉन्च कर सकती है. यूरोपीय बाजार में TDI डीजल इंजन 1.2 लीटर और 1.6 लीटर में भी आने की खबर है. ट्रांसमिशन का विकल्प 5-स्पीड मैनुअल, 6-स्पीड मैनुअल और 7- स्पीड डुअल क्लच आॅटोमैटिक में मिलेगा.
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हालांकि अभी तक भारत में आने वाली कार के इंजन के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है. कंपनी पेट्रोल वर्जन के तीन वैरिएंट और डीजल इंजन के साथ एक वैरिएंट में पोलो को उतारेगी. 2018 फॉक्सवैगन पोलो का माइलेज सिटी में 18 किमी प्रति लीटर और हाईवे पर 20 किमी प्रति लीटर बताया जा रहा है.
2018 फॉक्सवेगन पोलो कीमत
न्यू फॉक्सवैगन पोलो 2018 की भारत में कीमत 6 लाख से लेकर 11 लाख के बीच होगी जोकि अलग अलग वैरिएंट के हिसाब से होगा. 2018 फॉक्सवैगन इस कार का प्रोडक्शन कंपनी के स्पेन स्थित नवारा फैक्टरी में पहले शुरू होगा. इसके बाद फिर कंपनी अपने दक्षिण अफ्रीकी प्लांट में भी इस कार का निर्माण शुरू कर सकती है.
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2018 फॉक्सवेगन पोलो लॉन्च डेट
अभी कंपनी के तरफ़ से 2018 फॉक्सवेगन पोलो की लॉन्चिंग पर कोई टिपण्णी नहीं की गई है, पर ऐसी उम्मीद है की इसे 2018 में लॉन्च किया जा सकता है। अगर कंपनी ने इसे अच्छे खासे लोकल कंपोनेंट्स के साथ बनाने में सफल रही, तो इसकी कीमत करंट मॉडल के आस पास ही रखी जाएगी।