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दहेज न देने पर बहू के हाथ-पैर बांधकर सिर मुंडवाकर घर से निकाला

दहेज के लिए एक बहू को उसके पति, ससुर व सास ने सिर मुंडवा कर घर से निकाल दिया। नौ माह की बच्ची के संग शबनम रविवार मायके पहुंची और अपनी बूढ़ी मां से आपबीती बताई। इस मामले में पारा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
कश्मीरी मोहल्ला अंगूरीबाग निवासी शबनम का करीब दो वर्ष पहले पारा के डूडा कॉलोनी निवासी असलम के बेटे कासिम से निकाह हुआ था। रिक्शा चालक कासिम शादी के महज कुछ दिनों बाद से कभी फ्रिज तो कैसे पैसे की डिमांड करने लगा। मांग पूरी न होने पर तलाक की धमकी देने के साथ मारना-पीटना शुरू कर दिया।

यही नहीं, ससुर असलम भी उसे शारीरिक व मानसिक यातनाएं देने लगे। शबनम के मुताबिक रविवार आधी रात को सास ने उसके दोनों हाथ बांध दिए और ससुर ने उसके सिर मुंड कर उसे गंजा कर दिया। फिर उसके कपड़े फाड़ कर घर से बाहर निकाल दिया।

चीख-पुकार के बीच मौके पर पहुंची पारा पुलिस भी शबनम को दोषी मानते हुए थाने ले जाने लगी। सूचना मिलने पर इसी दौरान उसकी मां और भाई के आने व हस्तक्षेप करने पर वह किसी तरह अपने मायके आ सकी।

मामला दर्ज, अब ससुराल नहीं जाना चाहती शबनम

शबनम ने बेगमात रायल फैमिली ऑफ अवध के महिला प्रकोष्ठ से इसकी शिकायत की है। बेगमात रायल फैमिली की अध्यक्षा फरहाना मालिकी ने बताया कि मामले की शिकायत पारा थाने में दर्ज कराई है। इसके अलावा वे इस मामले को महिला आयोग के समक्ष रखेंगी और शबनम के लिए इंसाफ की मांग करेंगी।

जुल्म से दहशत में शबनम, नहीं जाना चाहती ससुराल
निकाह के बाद दो साल में शबनम पर इतने जुल्म हुए कि वह ससुराल नहीं जाना चाहती है। कहती हैं कि वह जहर खा लेंगी, मगर अब ससुराल नहीं जाएंगी। वहीं, शबनम की मां का कहना है कि बेटी को पहले कई बार समझा-बुझाकर ससुराल भेज चुकी हैं, लेकिन इस बार वह किसी सूरत में ससुराल नहीं जाना चाहती है।

शबनम के ससुर के नाम से लखनऊ में दो मकान
शबनम के मुताबिक उसके ससुर असलम के नाम लखनऊ में वक्फ की जमीन पर एक मकान और कांशी राम आवासीय योजना में भी एक मकान है। शबनम ने बताया कि उसके ससुर ने गरीबों के लिए बनाए गए मकान को धोखाधड़ी करके हासिल किया है।

 
 

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