बिहार में दिव्यांग भी कर रहे शराब तस्करी, एक बोतल पर कमीशन 50 रुपये
बिहार में शराबबंदी के बाद तस्करों ने शराब की तस्करी के लिए नए-नए तरीके ईजाद किए हैं. कभी एटीएम कैश वैन से शराब की तस्करी हो रही है तो कभी छात्रों से इसकी तस्करी करवाई जा रही है. और तो और गैस सिलेंडर का भी शराब तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. इस बार दिव्यांगों के सूबे में शराब तस्करी करने की जानकारी सामने आई है.
कम समय में ज्यादा कमाई को देखते हुए गुंडे-बदमाश तो क्या अब भिखारी भी इस धंधे में हाथ आजमा रहे हैं. शरीर से लाचार भिखारी भी पूरी मुस्तैदी से शराब की तस्करी में जुटे हैं. दरअसल मधुबनी पुलिस ने पतौना थाना क्षेत्र से दो दिव्यांगों को शराब से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया, अपाहिज आरोपी इस्माइल ट्रेन के जरिए दिल्ली से शराब लेकर आता था. तो वहीं उसका साथी (नेत्रहीन) शराब बेचने के काम को अंजाम देता था. इस्माइल केमिकल वाले डिब्बे में शराब भरकर दिल्ली से यहां लाता था. पुलिस को इनके कारनामे की सूचना मिली और फिर जाल बिछाकर दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि एक बोतल पर उन्हें 50 रुपये कमीशन मिलता था. डीएसपी निर्मला कुमारी ने बताया कि आरोपी इस्माइल ट्रेन में भीख मांगते हुए सफर करता था. इसी का फायदा उठाकर वह शराब की तस्करी कर रहा था. दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.