घाघरा का विनाशलीला जारी, खतरे के निशान से ऊपर पहुंची
करनैलगंज-गोण्डा। मंगलवार को घाघरा ने खतरे के निशान को पीछे छोड़ दिया। तथा लगातार बढत बनाने में लगी रही। सोमवार को घाघरा का जलस्तर 106.126 था तो मंगलवार को दो सेंटीमीटर ऊपर हो गया। घाघरा का जलस्तरदेर शाम को 106.166 पर पहुंच गया। घाघरा बाढ़ क्षेत्र के लिए एक बार फिर से तबाही लेकर खडी हो गई। दूसरी ओर एल्गिन-चरसड़ी बांध का हिस्सा लगातार कटान की जद में है। लगातार घाघरा की विनाश लीला जारी है। बांध का कटकर नदी में समाहित होने का सिलसिला तेज है। तमाम कोशिशों के भी करीब 10 मीटर मुख्य बांध का हिस्सा नदी में समा गया। तो बांध में करीब एक किलोमीटर की दूरी से नदी ने बांध में कटान तेज कर दिया है जिससे प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे हैं।
नकहरा व काशीपुर के सामने नदी ने खेतों में भी कटान तेज कर दिया है तथा गांव के नजदीक आती जा रही है। बांध कट-कटकर घाघरा में समाता जा रहा है। मंगलवार को ही तमाम कोशिशें चल रही थीं उसके बीच कट-वन का करीब 10 मीटर से अधिक हिस्सा कटकर घाघरा में समा गया। अधिकारियों के कैम्प कार्यालय तक कटान करके छप्पर में चल रहे कार्यालय को घाघरा ने निशाने पर ले लिया है। यह अस्थाई कार्यालय बनाया गया था। नदी ने अपने कटान का रुख ही बदल दिया है। कभी मशीना उठने से तो कभी बांध के नीचे-नीचे कटान करते हुए नदी बांध को अपना निशाना बना रही है।