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गुजरात का यह लड़का कभी भूखा सोने पर मजबूर था, आज टीम इंडिया का है हीरो

भारतीय क्रिकेट टीम का आलराउंडर हार्दिक पांड्या ,जी हा हम बात कर रहे है हार्दिक पांड्या की जिन्होंने अपना टेस्ट डेब्यू श्रीलंका के खिलाफ किया था. अपने पहले ही मैच में पंडया ने अर्धशतक बनाया था साथ ही भारतीय टेस्ट डेव्यू में सर्वाधिक छक्के मरने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था जिससे पांड्या के फैंस फोलोइंग काफी बढ़ गई है. पांड्या की ज़िंदगी के बारे में बात करते तो पता चलता है कि उनका बचपन काफी गरीबी बीता है.गुजरात का यह लड़का कभी भूखा सोने पर मजबूर था, आज टीम इंडिया का है हीरोपांड्या का जन्म 11 अक्टबर 1993 को गुजरात के सूरत में रहने वाले हिमांशु पांड्या के घर हुआ. हार्दिक जब पांच साल के थे तो उनके पिता ने लगातार हो रहे घाटे को देखते हुए कार फायनेंस का बिजनेस बंद कर दिया. बिजनेस बंद करने के बाद पांड्या के पिता ने बड़ौदा का रुख किया और वह जाकर रहने लगे. हार्दिक के घर की आर्थिक स्थिति बेहद ख़राब थी. हालात यहाँ तक आ गए थे कि हार्दिक के बड़े भाई कुणाल को एक टाइम का ही खाना मिल पाटा था. हार्दिक के पिता हार्ट पेशेंट थे जिसकी वजह से भी परिवार में काफी समस्याए भी बनी रहती थी.ता ने ही हार्दिक और कुणाल के भीतर क्रिकेट के प्रति की रूचि जगाई. क्रिकेट में इंट्रेस्ट को देखते हुए पिता ने दोनों भाई को क्रिकेट अकादमी में एडमिशन दिला दिया. हार्दिक और कुणाल के खेल को निखारने के लिए पिता दोनों को लेकर मुंबई में शिफ्ट हो गए. अपने जीवन को तंगी हालत से सबक लेते हुए हार्दिक और कुणाल ने कड़ी मेहनत करके टीम इंडिया में अपना नाम दर्ज़ कराया. हार्दिक ने अपने प्रदर्शन की बदौलत आज क्रिकेट के तीनो फार्मेट में अपनी जगह पक्की कर ली है. जो लड़का कभी एक वक्त की रोटी के लिए तरसता था आज वही हार्दिक करोडो की कमाई कार रहा है.

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