लखनऊ।कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में बिजली की समस् या को लेकर केन्द्र एवं राज्य सरकार को दोषी करार देते हुए नापाक सियासत का आरोप लगाया है। साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा की गई बढोत्तरी को जनता के साथ विश्वास घात करार दिया है। कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ. हिलाल अहमद ने आज जारी बयान में कहा कि विगत लोकसभा चुनाव के पश्चात समाजवादी पार्टी सरकार के कई मंत्रियों एवं विधायकों ने जनता की इस पीड़ा पर यह टिप्पणी की थी कि जब वोट भाजपा को दिया तो बिजली भी उन्हीं से मांगो। यह अत्यधिक कष्ट की बात है कि भारत का प्रधानमंत्री एवं लोकसभा के सर्वाधिक 73 सदस्य भाजपा को उ0प्र0 से प्राप्त हुए, परन्तु फिर भी वह जनता के दुःख-दर्द को कम करने के बजाय उसके साथ राजनीति कर रहे हैं। उन्होनें कहा कि प्रदेष में वर्ष 1989 में कांग्रेस शासनकाल के बाद गैर कांग्रेसी सरकारों द्वारा आज तक न तो एक भी सार्वजनिक उपक्रम लगाये गये और न ही एक भी मेगावाट बिजली का उत्पादन बढ़ाया गया। श्री हिलाल ने बताया कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने बिजली के मूल्यों में लगभग 12 प्रतिशत की अवैधानिक वृद्धि करके मंहगाई की मार से जूझ रही जनता की कमर ही तोड़ दी है। उन्होने चेतावनी देते हुए कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार एवं राज्य की सपा सरकार बिजली को लेकर राजनीति बंद करे तथा उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध कराये अन्यथा हमारी पार्टी सड़कों पर उतरकर प्रदेशव्यापी आन्दोलन करेगी।