अमित शाह-रमन सिंह की मुलाकात के अहम मायने
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह की भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकातों को अहम माना जा रहा है। राज्य में सियासी पारा उफान पर आने और दिल्ली में सरकार के खिलाफ विपक्ष के आंदोलन के बाद इस मुलाकात को लेकर अटकलों का दौर तेज हो गया है। छत्तीसगढ़ में कई मंत्रियों पर लग रहे आरोपों के मामले में भी हाईकमान को पूरी जानकारी है। हालांकि वनभूमि में रिसार्ट मामले में घिरे मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की भी भाजपा अध्यक्ष से मुलाकात हुई है। राज्य की राजनीति में सत्ता के गलियारों में अंदरूनी घमासान मचा हुआ है। ऐसी स्थिति में प्रदेश के दिग्गजों की मुलाकात के राजनीतिक मायने भी तलाशे जा रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो सीएम ने शाह को सरकार के कार्यक्रमों और भावी रणनीतियों की जानकारी दी है। इसके बावजूद प्रदेश में सरकार के खिलाफ विपक्ष की घेरेबंदी को लेकर भी चर्चाओं से इंकार नहीं किया जा रहा है। भाजपा संगठन इसे सामान्य और सौजन्य मुलाकात ही करार दे रहा है। मंत्रियों के खिलाफ आरोपों के बीच मुख्यमंत्री ने भाजपा अध्यक्ष को पूरी वस्तुस्थिति से भी अवगत करा दिया है। यह भी तय है कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की कोई संभावना नहीं है। भले ही भाजपा में प्रतिद्वंदी और असंतुष्ट नेता इसे हवा दे रहे हैं।
भाजपा हाईकमान ने मुख्यमंत्री को एक तरह से फ्री हैंड दे दिया है। राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे की भी एक तरह से हवा निकल चुकी है। छत्तीसगढ़ में नए सिरे से कवायदों को चुनावी मिशन के लिए भी महत्वपूर्ण माना गया है। रमन की शाह के मुलाकात के पीछे की रणनीति को लेकर राजनीतिक प्रेक्षकों के अपने विशेषण हैं। ऐसी भी चर्चा है कि इस मुलाकात ने सत्ता विरोधी सभी कयासों पर विराम लगा दिया है।