हॉस्पिटल विजिट के बाद बोले योगी- बच्चों के लिए मुझसे ज्यादा संवेदनशील कोई नहीं
गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में शासन और प्रशासन के तमाम दावों और दलीलों के बाद भी बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। रविवार को दिमागी बुखार से एक और 4 साल के बच्चे की मौत हो गई। पिछले 3 दिनों में मौत का आंकड़ा 64 पर पहुंच गया है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा अस्पताल पहुंचे। वहां पहुंचकर सीएम योगी और जेपी नड्डा ने अस्पताल का ब्यौरा किया। साथ ही डॉक्टरों के साथ बातचीत की। सीएम योगी की विजिट के चलते पूरे अस्पताल को साफ-सुथरा किया गया। ऑक्सीजन की सप्लाई को दुरूस्त करने के लिए लिकिव्ड ऑक्सीजन के दो टैंकर और ऑक्सीजन के सौ से ज्यादा सिलेंडर मंगा लिए गए है। इस दौरान मीडिया द्वारा सवाल करने पर सीएम ने पत्रकारों से कहा कि ‘कुछ तो शर्म करो’।
हॉस्पिटल की विजिट के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम भी इस घटना से चिंतित हैं और उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। पीएम ने स्वास्थ्य मंत्री को गोरखपुर भेजा है। पूरे मामले की जांच आवश्यक है। योगी ने कहा कि इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी। मैं मुख्यमंत्री बनने के बाद अब तक 4 बार बीआरडी अस्पताल आ चुका हूं। 9 जुलाई को हमने वेतन ना मिलने की समस्या को सुलझाया था। 9 अगस्त को भी मैं यहां आया था, जिसमें 5 प्रमुख सचिवों को यहां बुलाया गया था। मैं चाहता हूं कि हर पत्रकार वार्ड के अंदर जाकर खुद देखे कि हालात क्या है। सच्चाई किया है। मैं 1996-97 से इस लड़ाई को लड़ रहा हूं। उन बच्चों के लिए मुझसे ज्यादा संवेदनशील कोई नहीं हो सकता। इस दौरान भावुक सीएम योगी भी हुए।
उन्होंने बताया कि मैं इंसेफेलाइटिस के खिलाफ सड़क से संसद तक लड़ा। योगी ने कहा कि चीफ सेकेट्री की अध्यक्षता में जांच हो रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई होगी। कमेटी मौतों की वजह सामने लाएगी। सिर्फ गोरखपुर ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में मौतों की जवाबदेही तय होगी। बाहर बैठकर फेक रिपोर्टिंग नहीं, बल्कि जनता के सामने सच्चाई सामने आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि गोरखपुर मे फुल फ्लैज्ड वायरस रिसर्च सेंटर होना चाहिए, इसके लिए हमने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया है। उनकी तरफ से एक पहल भी हुई है।