युवा नेतृत्व भविष्य का निर्माता : वी. के. सिंह
भोपाल: विदेश राज्य मंत्री वी. के. सिंह ने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में इंडो-आसियान यूथ समिट को संबोधित करते हुए कहा कि युवा नेतृत्व भविष्य के नीति निर्माता हैं। समिट का आयोजन विदेश मंत्रालय, मध्यप्रदेश शासन और इंडिया फाउन्डेशन के तत्वावधान में किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान और इंडिया फाउन्डेशन के प्रमुख राम माधव भी उपस्थित थे। श्री ङ्क्षसह ने कहा कि समिट के अनुभव युवाओं को नवाचारों और उनके क्रियान्वयन के लिये प्रेरित करेंगे। उनके भविष्य के सपनों को साकार करने का मार्ग प्रकाशित करेंगे। उन्होंने कहा कि इंडो-आसियान देशों की नियति, मान्यताएं और अतीत उन्हें एक दूसरे से मजबूती से जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि इंडो-आसियान क्षेत्र की आबादी युवा है, जो भविष्य में विश्व में हमारी शक्ति का आधार होगा। श्री ङ्क्षसह ने कहा कि अंचल में जीडीपी, उद्योग आदि क्षेत्रों में जो नवाचार हो रहे हैं, उनका स्रोत युवा शक्ति ही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि समिट के दौरान युवाओं के मध्य आपसी संबंध भविष्य के संयुक्त उपक्रमों का आधार बनेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिये हुए प्रभावी प्रयासों का गंभीरता से अध्ययन किया जाये। विदेश मंत्रालय में सचिव सुश्री प्रीति सरन ने इंडो-आसियान देशों के पारस्परिक संबंधों को मजबूत बनाने के लिये किये जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि राजनैतिक सुरक्षा, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक सहयोग के विभिन्न कार्यक्रम जिसमें पार्लियामेंटेरियन एवं डिप्लोमेट््स आदि के अध्ययन एवं प्रशिक्षण के कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं।
प्रख्यात सिने अभिनेता अनुपम खेर ने इंडो आसियान यूथ समिट में सम्मिलित हुए देशों के युवाओं से प्रेरणास्पद संवाद करते हुए कहा कि भारत लम्बे समय तक गुलाम रहा पर हमने खुश रहना, प्रसन्न रहना नहीं छोड़ा। हमारे आंतरिक आनंद को बनाये रखने और बुरे समय को सहन करने की क्षमता के परिणाम स्वरूप ही हमारी संस्कृति और परम्पराओं को हम जीवन्त रख पाये हैं। श्री खेर ने कहा कि यहां आये देशों के प्रतिनिधि अलग-अलग क्षेत्रों से आये हैं पर इनकी संस्कृति, परम्पराएं, संवेदनाएं एक समान हैं। इस सम्मेलन का उद्देश्य इन देशों में विद्यमान संयुक्त भाव को अभिव्यक्त करना और सशक्त करना है। उन्होंने थाइलैण्ड, ब्रुनेई, क्रोएशिया, म्यांमार, लाओस, इण्डोनेशिया, ङ्क्षसगापुर, फिलीपीन्स के प्रतिनिधियों से बातचीत की।