10वीं पास के लिए पुलिस में निकली बंपर वैकंसी, 69 हजार सैलरी जल्द करें आवेदन
शिकायत के अनुसार ओम प्रकाश ने बिरला सन लाइफ से इंश्योरेंस पॉलिसी ली हुई थी। जल्द ही यह मेच्योर होने वाली थी। एक दिन उन्हें एक कॉल आया और फोन करने वाले ने खुद को कंपनी का अधिकारी बताया। उसने कहा कि उनकी पॉलिसी जल्द ही मेच्योर होने वाली है। अगर वह चाहें तो कुछ पैसे उनके बताए खाते में जमा करवाकर पॉलिसी जल्द मेच्योर करवा सकते हैं। इसके बदले में उन्हें पूरी राशि के अलावा बोनस भी दिया जाएगा।
ओम प्रकाश ने उनकी बातों में आकर उनके बताए नोएडा के एसबीआई के एक बैंक अकाउंट में पैसे जमा करवा दिए। इसके बाद भी उन्होंने कुल 11 बार में कुल 4.5 लाख रुपये जमा करवाए। कभी 25 हजार कभी 50 तो कभी 99 हजार रुपये करके पैसे खाते में जमा करवाए गए।
पुलिस दोनों को सोमवार को जिला अदालत में पेश करेगी और उनका रिमांड हासिल करेगी। पुलिस दोनों से अन्य आरोपियों के बारे में भी पूछताछ करेगी। पुलिस में दीपिका फुलारा, मनीष, रंजन, नवीन कुमार, अनिश रावत व अन्य के खिलाफ नामजद शिकायत दी गई है। इन सभी के खातों में पैसे जमा करवाए गए थे।
बैंक मैनेजर की भूमिका संदिग्ध
साइबर सेल सूत्रों के अनुसार मामले में जिस बैंक के अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए गए थे, वह सभी फर्जी दस्तावेज से खोले गए थे। मुख्य आरोपी राजवीर ने नवीन कुमार के नाम से यह खाता खुलवाया था। वहीं अन्य जिन खातों में पैसे जमा करवाए गए थे, वह भी अलग-अलग नाम से हैं।
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शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह फर्जी नाम से खुलवाए गए हैं। इसमें नोएडा के गौतमबुद्घ नगर की एसबीआई शाखा के प्रबंधक की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है।