मालेरकोटला में हुए कांड के बाद पंजाब के मुसलमानों में रोष
लुधियाना : पंजाब के मुस्लिम बहुल क्षेत्र कस्बा मालेरकोटला में जून 2016 के दौरान इस्लामिक पाक ग्रंथ कुराने शरीफ की बेअदबी के 13 महीनों बाद कल एक बार फिर बेअदबी की घटना सामने आई है। जानकारी अनुसार कुराने-शरीफ के कुछ पन्ने सब्जी मंडी के पास मीना मस्जिद और कुछ पन्ने कोर्ट कोम्पैक्स के मस्जिद के पास फटे पाए गए, जिन्हें पुलिस ने मौके पर पहुंचकर धार्मिक प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ले जाकर दफना दिया गया। इसी संबंध में पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कहा कि कुरआन शरीफ की इज्जत मुस्लिम के लिए जान से भी ज्यादा प्यारी है। इस मामले में कोई भी गुस्ताखी बर्दाशत नहीं की जाएगी। जबकि दूसरी तरफ लोकनिर्माण मंत्री रजिया सुल्तान ने भी कुरान-ए-शरीफ की बेअदबी की घटना की निंदा करते हुए इस घटना को आपसी भाईचारे की सांझ तोडऩे की साजिश करार दिया। उन्होंने भी कहा कि धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले को सख्त से सजा मिलनी चाहिए। उधर इलाके के एसपी राजकुमार का कहना है कि पुलिस ने इलाके के समस्त सीसीटीवी कैमरों की फोटोज को खंगाला है। उन्होंने जल्द ही देाषी व्यकितयों को काबू करने का दावा किया है।
आज यहां लुधियाना जामा मस्जिद में रोष मीटिंग के बाद प्रैस कान्फे्रंस को संबोधित करते हुए शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कहा कि मालेरकोटला में एक बार फिर से कुरआन शरीफ की बेअदबी से यह बात स्पष्ट हो गई है कि शरारती तत्व व संप्रदायिक ताकतें पंजाब की अमन और शांति को भंग करना चाहती हैं। शाही इमाम ने कहा कि पंजाब सरकार को चाहिए कि इस विषय में दर्ज किए गए मुकदमे पर तेजी से छानबीन की जाए और गुस्ताखी करने वालों को सख्त सजा दी जाए। शाही इमाम ने कहा कि पंजाब आपसी भाईचारे का प्रतीक है, प्रदेश के अमन को खराब नहीं होने दिया जाएगा। इस अवसर पर उन्होनें आपसी भाईचारे से शांति बनाए रखने की अपील की। जामा मस्जिद लुधियाना में हुई रोष मीटिंग में नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उसमान रहमानी, गुलाम हसन कैसर, मुस्तकीम अहरारी, मुहम्मद शाह नवाज, बाबुल खान, अकरम अली व शहर की विभिन्न मुस्लिम संस्थाओं के पदाधिक्कारी विशेष रूप में उपस्थित थे।