हल्द्वानी: सरस मार्केट स्थित नलकूप परिसर में बनाया गया नवनिर्मित भवन आवंटित करने काे लेकर पेयजल तकनीकि फील्ड कर्मचारी संगठन व उत्तराखंड जलसंस्थान कर्मचारी संघ आमने-सामने आ गये हैं। कर्मचारी संगठन ने भवन में ताला लगाने के विरोध में प्रदर्शन कर सभा की। वहीं कर्मचारी संघ ने इस मामले में संस्थान के एक अधिकारी पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। पेयजल तकनीकी कर्मचारी संगठन के बैनरतले कई कर्मचारी जल संस्थान कार्यालय परिसर में एकत्र हुए। इस दौरान आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरस मार्केट में बनाया गया नवनिर्मित भवन संगठन को आवंटित किया गया है।
उनका आरोप था कि संगठन को आवंटित किये गये इस भवन में बीती 17 अगस्त को अराजक तत्वों ने ताले लगा दिये। इस बीच तय किया गया कि यदि आज की शाम तक संगठन भवन में लगे तालों तो नहीं खोला गया तो संगठन खुद ही ताले हटाने को बाध्य होगा। वहीं उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि इस भवन के लिए धनराशि का आवंटन संघ के प्रयास से हुआ। अधिशासी अभियंता के मौखिक आदेश पर संघ पदाधिकारियों ने भवन में साज सज्जा के साथ ही अन्य कार्य करवाये। इसके अलावा टीवी, कुर्सियां आदि सामान भी रखवाया। वहीं गुपचुप तरीके से दूसरे संगठन को भवन की चाबी सौंप दी गई।
उनका कहना था कि शीशमहल फिल्टर हाउस में भी एक वरिष्ठ कर्मचारी को छोड़कर कनिष्ठ कर्मचारी को अवकाश के दिन आवास पर कब्जा दिलाया गया। उन्होंने ईई द्वारा दुर्भावनावश की जा रही इस कार्यवाही के विरोध में चार सितम्बर से अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी है। संघ के पदाधिकारी गिरीश जोशी ने बताया कि धरने के दौरान संगठन ईई के कार्य अवधि की एसआईटी जांच की मांग भी उठाएगा।