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PM मोदी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया हवाई सर्वेक्षण , 500 करोड़ के राहत कोष का किया ऐलान

बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को पूर्णिया पहुंच गए। बता दे कि प्रधानमंत्री मोदी विशेष विमान से पूर्णिया के चूनापुर हवाईअड्डे पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उनका स्वागत किया। पूर्णिया के एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री चूनापुर हवाईअड्डे से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण करने के लिए निकले । उनके साथ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तथा कई अधिकारी साथ हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सीमांचल क्षेत्र के जिलों का सर्वेक्षण करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया और बाढ़ प्रभावित इलाकों की तबाही देखी। हवाई सर्वेक्षण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री के साथ चूनापुर एयरबेस के कांफ्रेंस हॉल में एक बैठक की जिसपर बाढ़ पीड़ितों की मदद की गहन समीक्षा की गई। बैठक करीब पैंतालिस मिनट तक चली। बैठक में केंद्र व राज्य सरकार के आला अधिकारी भी मौजूद रहे।

आपको बता दे कि बाढ़ प्रभावित बिहार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 करोड़ रुपए की मदद देने का एलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ प्रभावित बिहार की मदद करने का फैसला वहां के हालात को हेलिकॉप्टर से देखने के बाद किया। मोदी के साथ नीतीश ने भी राज्य का दौरा किया था। प्रधानमंत्री ने नुकसान के आकलन के लिए तुरंत ही एक सेंट्रल टीम भेजने का भी आश्वासन दिया है। बाढ़ से प्रभावित सड़कों की मरम्मत के लिए सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को उपयुक्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया गया है। बाढ़ से प्रभावित विद्युत् इंफ्रास्ट्रक्चर की शीघ्र बहाली के लिए भी केन्द्र, राज्य सरकार की हर संभव मदद करेगा | प्रधान मंत्री राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिवार को 2 लाख रुपए एवं गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को 50 हजार रुपए की दर से सहायता दी जाएगी।

राज्य के कई क्षेत्रों में अभी भी बाढ़ का पानी फैला हुआ है। पिछले 24 घंटे के दौरान बाढ़ की चपेट में आने से 39 लोगों की मौत हो गई, जिससे बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 418 तक पहुंच गई है। बिहार में बाढ़ से 1.67 करोड़ से ज्यादा की आबादी प्रभावित है। बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। अररिया में सबसे ज्यादा 87 लोगों की मौत हुई है, जबकि किशनगंज में 24, पूर्णिया में नौ, कटिहार में 40, पूर्वी चंपारण में 32, पश्चिमी चंपारण में 36, दरभंगा में 26, मधुबनी में 28, सीतामढ़ी में 43, शिवहर में चार, सुपौल में 16, मधेपुरा में 22, गोपालगंज में 20, सहरसा में आठ, मुजफ्फरपुर में सात, समस्तीपुर में दो तथा खगड़िया और सारण में सात-सात लोगों की मौत हुई है। सीवान के एक प्रखंड की चार पंचायतों में बाढ़ का पानी फैला हुआ है। यहां से किसी की मौत की सूचना नहीं है।

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