बिजली कटौती को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूटा
सिकंदराबाद: तहसील क्षेत्र के गांव मुरादाबाद में विद्युत की अघोषित कटौती को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने बिजली घर पर तैनात विद्युत कर्मी को बंधक बना लिया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझा बुझाकर विद्युत कर्मी को बंधन से मुक्त कराया। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद ग्रामीण क्षेत्र को 18 घंटे बिजली आपूर्ति करने के फरमान जारी हुए थे। कुछ दिन तो फरमान पर पावर कारपोरेशन के अफसर खरे उतरे। लेकिन कुछ दिन बाद वही ढाक के तीन पात वाली कहावत सिद्ध साबित हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की अघोषित कटौती हो रही है। जिसके चलते ग्रामीणों को भीषण गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम मुरादाबाद में कई दिनों से बिजली की अघोषित कटौती चल रही है।
जिससे ग्रामीणों का जीना मुहाल हो गया है। गुरुवार को दर्जनों ग्रामीण गांव स्थित बिजली घर पहुंचे। वहां मौजूद विद्युत कर्मी को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया और आक्रोश जाहिर करते हुए पावर कारपोरेशन के खिलाफ नारेबाजी की। विद्युत कर्मी के बंधक बनाने की खबर जैसे ही पुलिस प्रशासन को मिली। पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कई दिनों से मात्र 7-8 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है। वह भी कई किस्तों में मिल रही है। जिससे ग्रामीण परेशानी झेल रहे हैं। वहीं पावर कारपोरेशन के जेई ने बताया कि बिजली की आपूर्ति नियमानुसार की जा रही है।