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मेजर ध्यानचन्द के नाम पर होगा सैफई स्पोर्ट्स कालेज का नाम

केन्द्र की तर्ज पर प्रदेश के ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी को 6 करोड़, रजत को 4 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता को 2 करोड़ रु0 का पुरस्कार दिया जाएगा : मुख्यमंत्री

लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने जनपद इटावा के सैफई स्थित स्पोर्ट्स काॅलेज का नाम मेजर ध्यानचन्द के नाम पर रखे जाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की तर्ज पर राज्य सरकार भी ओलम्पिक में प्रदेश के स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी को 6 करोड़, रजत पदक विजेता खिलाड़ी को 4 करोड़ तथा कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी को 2 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि देगी। इसी प्रकार, एशियाई एवं राष्ट्रमण्डल खेलों में भी भारत सरकार की पुरस्कार राशि की तर्ज पर ही प्रदेश के पदक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री आज यहां राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कुल 22 खिलाड़ियों को सम्मानित किया। 14 खिलाड़ियों को लक्ष्मण पुरस्कार एवं रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार तथा 8 अन्य खिलाड़ियों को विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि हाॅकी के जादूगर के नाम से मशहूर मेजर ध्यानचन्द के जन्मदिवस को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।

मेजर ध्यानचन्द को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए योगी ने कहा कि मेजर ध्यानचन्द ने अपनी उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन से पूरी दुनिया में देश को पहचान दिलायी है। योगी जी ने कहा कि प्रदेश में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उनको उचित अवसर मुहैया कराये जाने की आवश्यकता है। इसके लिए वर्तमान राज्य सरकार खेल के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय खेलों के बारे में जानकारी और रुचि रखने वाले, अन्तर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि प्राप्त खिलाड़ी, खेल मंत्री हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि श्री चेतन चैहान जैसे अनुभवी खेल मंत्री का नेतृत्व प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए उपयोगी साबित होगा और राज्य के खिलाड़ी विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के माध्यम से प्रदेश का नाम रौशन करेंगे। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने खिलाड़ियों के चयन के लिए चयन समिति में पूर्व खिलाड़ियों को रखने पर खेल मंत्री को साधुवाद ते हुए कहा कि खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए कड़ा अनुशासन रखने वाले प्रशिक्षक रखे जाने चाहिए। खेल गतिविधियों में सक्रिय सरकारी एवं निजी संस्थाओं को मिलकर समन्वित रूप से खेलों के प्रोत्साहन के लिए काम करना चाहिए।

खेल मंत्री चेतन चैहान ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर देश के विशिष्ट खिलाड़ियों को दिये जाने वाले अर्जुन पुरस्कारों की तर्ज पर ही प्रदेश में लक्ष्मण पुरस्कार एवं रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार दिये जाते हैं। प्रारम्भ में महिला व पुरुष दोनों वर्ग में खिलाड़ियों को लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित किया जाता था। वर्ष 2000 से महिला खिलाड़ियों को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित करने की परम्परा शुरू हुई। अब तक प्रदेश के कुल 137 खिलाड़ियों को इन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इनमें से 104 खिलाड़ियों को लक्ष्मण पुरस्कार तथा 33 महिला खिलाड़ियों को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार प्रदान किया गया है। श्री चैहान ने कहा कि वर्तमान सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए चयन समिति में अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को रखने, प्रशिक्षकों को मैदान में सक्रिय रहकर प्रशिक्षण देने, डायट एलाउन्स बढ़ाने तथा मेडल जीतने वाले और अर्जुन पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ियों को पेंशन की व्यवस्था करने जैसे कदम
उठाए हैं।

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