पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने योगी सरकार के श्वेत पत्र को बताया सफेद झूठ
लखनऊ : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार द्वारा जारी श्वेत पत्र को सफेद झूठ कहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि योगी सरकार प्रदेश की जनता खासकर किसानों के साथ मजाक कर रही है। योगी सरकार के छह माह पूरा होने पर अखिलेश यादव ने बुधवार को सपा कार्यालय में एक पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि भाजपा सरकार ने छह माह पूरा करने के बाद व्हाइट पेपर की किताब जनता के सामने राखी है। यह किताब मैंने भी पढ़ी तो पता चला कि यह सफेद झूठ की किताब है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि योगी सरकार केवल झूठ बोलती है। भाजपा ने चुनाव के दौरान कहा था कि किसानों का कर्ज माफ करेंगे लेकिन सरकार बनने के बाद क्या हुआ ? किसानों को कर्ज माफी के नाम पर एक रुपया देकर उनके साथ मजाक किया जा रहा है। वह आगे बोले कि भाजपा ने लोगों को मकान देने का भी वादा किया था, लेकिन अब क्या हो रहा है ? उन्होंने गन्ना किसानों के साथ भी धोखा करने का आरोप लगाया।
योगी सरकार पर तंज कसते हुए अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल किया कि वह बतायें कि सरकार के छह माह पूरा होने पर उन्होंने कौन छह काम वास्तव में किये। कहा कि जो काम मेरी सरकार में हुए थे, योगी उसी का श्रेय ले रहे हैं। उनका इशारा लखनऊ मेट्रो की तरफ था। इसके बाद अखिलेश ने कहा कि अब हमें बनारस, गोरखपुर व कानपुर में मेट्रो ट्रेन के चलने का इंतजार है।कानून के मुद्दे पर भी अखिलेश ने योगी सरकार को घेरा। कहा कि इस शासन में लूट, हत्या और अन्य जघन्य अपराध चरम पर हैं। कानून व्यवस्था बर्बाद हो चुकी है। जनता को बिजली भी नहीं मिल रही है। एक सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि ये भाजपा वाले हमारे विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) भी ले लिये लेकिन हमें धन्यवाद भी नहीं दिये। जब अखिलेश से पार्टी के अधिवेशन में मुलायम सिंह यादव को बुलाने को लेकर पूछा गया तो इस सवाल को वह टाल गये। कहा कि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) हमारे पिता हैं। गौरतलब है कि सपा 23 अक्टूबर को लखनऊ में अपना राज्य अधिवेशन कर रही है। इसके बाद पार्टी ने पांच अक्टूबर को आगरा में राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया है। सपा पांच अक्टूबर के अधिवेशन में अपने नये राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी करेगी।