हंसी-हंसी में कांग्रेस ने गुजरात में BJP की बढ़ा दी परेशानी
अल-कायदा का आतंकी बोला, जिहाद का मलाल नहीं, अफसोस तीन तलाक का है
यह थीम हाल के महीनों में मुख्यमंत्री विजय रूपानी समेत बीजेपी के नेताओं के बयानों से प्रेरित है। मुख्यमंत्री ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा था, ‘विकास भले ही पागल हो गया होगा, लेकिन भ्रष्टाचार, गरीबी और बेरोजगारी के साथ ऐसा नहीं है।’ गुजरात बीजेपी की युवा इकाई के अध्यक्ष रुतविज पटेल ने भी सर्जिकल स्ट्राइक और डोकलाम मामले में भारत के रुख के हवाले से कहा था कि अगर विकास पागल नहीं होता, तो ये चीजें नहीं होतीं। बीजेपी के एक पूर्व रणनीतिकार ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया, ‘विकास पार्टी का सबसे बड़ा और शायद लंबे समय से एकमात्र आधिकारिक मुद्दा रहा है और इस तरह का कटाक्ष जो लोगों को हंसा रहा है, वाकई में हमारे लिए बुरी खबर है। कांग्रेस इस मामले में हम पर भारी पड़ गई है।’
बीजेपी जहां इस कैंपेन के अपने आप खत्म होने का इंतजार कर रही है, वहीं कांग्रेस इसे जारी रखने पर आमादा नजर आ रही है। गुप्ता ने बताया, ‘हमें इसे अगले 3 महीने तक जिंदा रखने और लोगों को यह याद दिलाने की जरूरत है कि पिछले 22 सालों में विकास के नाम पर उन्हें क्या मिला। बाकी वोटर खुद समझदार हैं।’ बीजेपी के सीनियर नेता और गुजरात में सोशल मीडिया का अहम चेहरा पराग सेठ ने कहा कि कांग्रेस जहां बीजेपी के विकास के अजेंडे पर सवाल खड़े कर रही है और उसके नेता राहुल गांधी गुजरात की उपलब्धियों पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन वे भूल जाते हैं कि साबरमती नदी का किनारा कांग्रेस के शासन में खाली पड़ा था, जिसे उसी बीजेपी सरकार ने ग्लोबल टूरिस्ट सेंटर बना दिया, जिसका वे मजाक उड़ा रहे हैं।