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बड़ी खबर: WhatsApp समेत चीन में इन 11 चीजों पर लगा बैन

चीन ने मैसेजिंग ऐप WhatsApp (वॉट्सऐप) को ब्लॉक कर दिया है. पिछले कुछ समय से इसे लेकर यूजर्स को परेशानी हो रही थी, जैसे कि वो वीडियो चैट करने और तस्वीरें भेजने जैसी परेशानियों का सामना कर रहे थे इसके बाद 23 सितंबर को इसे पूरी तरह बंद कर दिया गया है. चीन ने वॉट्सऐप को एक हफ्ते पहले ही ब्लॉक कर दिया था लेकिन यह 23 सितंबर को पूरी तरह ब्लॉक हो गया. यह पहली बार नहीं है जब चीन ने इस तरह का कदम उठाया है. इससे पहले चीन गूगल को भी ब्लॉक कर चुका है. जानें- चीन में क्या-क्या है ब्लॉक.

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गूगल (Google): क्या आप यकीन करेंगे कि दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजनों में शुमार गूगल चीन में ब्लॉक है? इसके साथ ही गूगल से जुड़ी साइट्स जैसे जी-मेल (Gmail), पिकासा, गूगल मैप्स सभी ब्लॉक हैं. चीन ने गूगल को साल 2014 में ब्लॉक किया था जबकि गूगल डॉक्स और गूगल प्लस को साल 2011 में ही ब्लॉक कर दिया गया था. हालांकि कुछ यूजर्स वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) के जरिए जीमेल का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन इसके इस्तेमाल में भी कई तरह की परेशानियां होती हैं.

फेसबुक (Facebook): क्या आप फेसबुक के बिना अपनी जिंदगी की कल्पना कर सकते हैं? नहीं ना? लेकिन चीन के लोगों ने इसके बिना रहने की आदत डाल ली है. चीन ने जुलाई 2009 में फेसबुक (Facebook) को ब्लॉक कर दिया था. खबरों की मानें तो इस तरह की उम्मीद भी नहीं है कि चीन फिर से फेसबुक का इस्तेमाल शुरू करेगा. बता दें कि फेसबुक के फाउंडर मार्क जकरबर्ग कई बार चीन जा चुके हैं और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हाथ मिलाते भी नजर आ चुके हैं लेकिन फेसबुक का इस्तेमाल फिर से शुरू नहीं हुआ है.

ट्विटर: जी हां, चीन में ट्विटर भी ब्लॉक है. ट्विटर को यहां जून 2009 को ब्लॉक किया गया था. इस समय चीन Tiananmen Massacre की 20वीं वर्षगांठ थी. सरकार को डर था इस समय कुछ लोग भड़काऊ जानकारी फैला सकते हैं. हालांकि खबरों की मानें तो चीन में ट्विटर को बैन किए जाने के बाद भी यहां लगभग 10 लाख यूजर्स VPN के जरिए इसका इस्तेमाल करते हैं.

स्नैपचैट: चीन के लोग स्नैपचैट का इस्तेमाल नहीं कर सकते. वेस्टर्न कंपनियों को बैन करने के चलते चीनी कंपनियों को अपने नेटवर्क विकसित करने का पूरा समय मिल मिला. चीन में माइक्रोब्लॉगिंग सर्विस वीबो काफी फेमस है.

इंस्टाग्राम (Instagram): फोटो शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम भी चीन में बैन है. इस मोबाइल ऐप को चीनी सरकार ने 19 सितंबर 2014 को बैन किया था.

पिंटरेस्ट (Pinterest): काफी समय तक चीन में पिंटरेस्ट का इस्तेमाल किया गया लेकिन इसी साल मार्च में इसे भी ब्लॉक कर दिया गया.

कई वेबसाइट्स भी हैं यहां बैन: बीजिंग में कई वेबसाइट्स को भी ब्लॉक किया गया है जिनमें पॉर्नोग्राफी से जुड़ी वेबसाइट्स भी शामिल हैं. इतना ही नहीं यहां लोगों का इस तरह की वेबसाइट पर जाना भी बैन है जो कॉम्यूनिस्ट पार्टी की आलोचना करती हो या जो मानवाधिकार जैसे संवेदनशील मुद्दों से जुड़ी हो.
विदेशी फिल्में: चीन में एक साल में थियेटरों में केवल 34 फिल्में ही दिखाई जा सकती हैं. इन फिल्मों को भी सेंसर करने के बाद रिलीज किया जाता है. अगर कॉम्यूनिस्ट पार्टी को फिल्म में कुछ भी भड़काऊ लगता है तो वो उस सीन पर कट लगा सकती है.

ई-बुक और वीडियो: ई-बुक और वीडियो भी चीनी सरकार के बैन से नहीं बच सकीं. डिजनीलाइफ को चीनी सरकार ने इस साल अप्रैल में बैन कर दिया था. बता दें कि अप्रैल 2016 में चीन में आईबुक स्टोर को बैन कर दिया गया था.

कसीनो: चीन में जुए को साल 1949 में गैर कानूनी घोषित कर दिया गया था लेकिन इन पर पूरी तरह बैन नहीं लगाया जा सका था. यहां अंडर ग्राउंड कसीनो चलते हैं. खबरों की मानें तो यहां मकाऊ में बड़े स्तर पर कसीनो चलते हैं और ये बिजनेस अमेरिका के लास वेगस से भी बड़ा है.

 

 

 

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