दूसरी बार चीन के राष्ट्रपति चुने जा सकते हैं शी जिनपिंग
चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने अगले महीने होने वाली पार्टी कांग्रेस के लिये 2,287 प्रतिनिधियों का चुनाव किया है। इस बात की काफी उम्मीद है कि इस कांग्रेस द्वारा राष्ट्रपति शी जिनपिंग के दूसरे पंचवर्षीय कार्यकाल के लिये मंजूरी दे दी जायेगी। शी इस दौरान नये अधिकारियों का भी चयन करेंगे। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में शुक्रवार (29 सितंबर) को कहा गया कि यहां 18 अक्टूबर से होने वाली चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की 19वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में हिस्सा लेने के लिये प्रतिनिधियों का चुनाव किया गया है।
इस बैठक के साथ खासा महत्व जुड़ा हुआ है क्योंकि अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान शी सबसे शक्तिशाली नेता बनकर उभरे जो न सिर्फ पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं, बल्कि राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं और सर्वोच्च सैन्य कमांडर भी हैं। चीन के सत्ता केंद्रों पर अपनी मजबूत पकड़ की वजह से शी का इस पद पर दोबारा चुना जाना लगभग तय है।
उन्हें पहले ही पार्टी के संस्थापाक माओ-त्से-तुंग और उनके उत्तराधिकारी तंग श्याओपिंग के समतुल्य पार्टी का ‘शीर्ष नेता’ माना गया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ पांच साल के अभियान के दौरान पार्टी के शीर्ष स्तर से लेकर निचले स्तर के हजारों पदाधिकारियों को हटाया गया। इस अभियान का इस्तेमाल शी ने अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिये भी किया।
चीन ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की कांग्रेस से पहले भारत, म्यांमार और उत्तर कोरिया से लगी अपनी सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी है। ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि चीन की जन सशस्त्र पुलिस के तहत सीमा पुलिस सीमा पर फोकस करेगी और कांग्रेस के दौरान स्थिरता सुनिश्चित करेगी। पुलिस ने एक बयान में कहा कि वह तटीय इलाकों पर भी निगाह रखेगी और आतंकवाद निरोधी काम में मदद करेगी। बयान में कहा गया है, ‘‘हम पार्टी की 19वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए पूर्ण सीमा सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उच्चतम मानकों, कठोरतम शर्तों और दृढ़तम उपायों पर कायम रहेंगे।
रिपोर्ट में एक अधिकारी के बयान के हवाले से कहा गया है, “पार्टी की 19वीं नेशनल कांग्रेस के लिए पूर्ण सीमा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हम उच्चतम मानकों व मजबूत उपायों का पालन करेंगे। चीन का लंबे समय से भारत के साथ सीमा विवाद रहा है। दोनों देशों के बीच 3,488 किमी की सीमा है, जिसका ज्यादातर भाग विवादित है। चीन व भारत ने दो महीने से ज्यादा समय तक सिक्किम क्षेत्र में डोकलाम में चले सीमा गतिरोध को बीते महीने समाप्त किया।