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सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश चुने गए अध्यक्ष, मुलायम नहीं आए

अखिलेश यादव आज दोबारा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष चुने गये। ताजनगरी आगरा में चल रहे सपा के दसवें राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान उन्हें पार्टी का अध्यक्ष चुना गया। वह लगातार दूसरी बार दल के अध्यक्ष चुने गए हैं। अखिलेश यादव ने झंडारोहण करके कार्यक्रम का आगाज किया। सपा महासचिव आजम खान, रामगोपाल यादव, नरेश अग्रवाल, धर्मेंद्र यादव सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता मंच पर मौजूद रहे। निर्वाचन अधिकारी एवं सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने अखिलेश के निर्विरोध निर्वाचन की औपचारिक घोषणा की। इस घोषणा के दौरान सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और उनके छोटे भाई व अखिलेश के प्रतिद्वंद्वी चाचा शिवपाल यादव मौजूद नहीं थे।
आगरा के तारघर मैदान में हो रहे सम्मेलन में उत्तर प्रदेश सहित 25 राज्यों के पार्टी प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इन सबके बीच सपा के नए संविधान के तहत राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर 5 वर्ष के लिए अखिलेश यादव की ताजपोशी हुई। जबकि इससे पहले जनवरी में उन्हें अध्यक्ष चुना गया था। अखिलेश का कार्यकाल पांच वर्ष का होगा। उनके दोबारा अध्यक्ष बनने के साथ ही यह तय हो गया है कि वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव और 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। गौरतलब है कि सपा के 10वें राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले आज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई जिसमें अध्यक्ष के कार्यकाल की अवधि मौजूदा तीन वर्ष से बढ़ाकर पांच साल कर दिया गया। अखिलेश का आज सपा के अध्यक्ष पद पर दोबारा निर्वाचन महज औपचारिकता था, क्योंकि उन्हें चुनौती देने वाला कोई और उम्मीदवार नहीं था। सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में देश भर से पार्टी के करीब 15,000 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। इस अधिवेशन में विभिन्न राष्ट्रीय तथा स्थानीय मुद्दों पर विचार विमर्श किया जाएगा और आर्थिक तथा राजनीतिक प्रस्ताव पारित किये जाएंगे।

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