करवाचौथ का व्रत सभी महिलाएं अपने पति की लंब उम्र के लिए रखती है। लेकिन क्या आपको पता हैं भारत में तीन ऐसे गांव में जहां पर इस व्रत को करने से पति की उम्र कम हो जाती है। इसी वजह से सालों से इस गांव की महिलाएं यही दुआ करती हैं कि आने वाले समय में कोई भी महिला इस व्रत को भूल से भी न रख लें।
करवाचौथ के दिन सभी सुहागिनें दिनभर भूखी प्यासी रहकर पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। लेकिन भारत के तीन गांव ऐसे हैं जहां पर इस व्रत को रखना अपशगुन माना जाता है। जिसकी वजह से यहां पर आजतक किसी महिला ने इस परंपरा को नहीं निभाया।
ये तीन गांव करनाल जिले के कतलाहेडी, गोंदर व औंगद है जहां पर करवाचौथ का व्रत रखना मना है। इस दिन इस गांव की सभी महिलाएं सजने संवरने के बजाय भगवान से सिर्फ यही कामना करतीं हैं कि गलती से भी उनके परिवार की कोई वधू व्रत ना रख लें।
लोगों का कहना है कि करीब 600 साल पहले राहड़ा की लड़की की शादी गांव गोंदर के युवक से हुई थी। करवा चौथ से पहले की रात उसे सपना आया कि उसके पति की किसी ने हत्या कर दी है और उसका शव बाजरे की गठरियों में छुपा रखा है। जब वो अपने घर पहुंची तो पति को न देखकर परेशान हो गई। सपने वाली बात गांव वालों को बताकर जब वो सपने वाली जगह पहुंची तो पति मर चुका था।
जिस दिन ये सब हुआ था उस दिन महिला ने करवाचौथ का व्रत रखा था। जब महिला ने अपने से बड़ी महिलाओं को करवा देना चाहा तो सब ने लेने से मना कर दिया। इस बात से दुखी होकर महिला ने करवा सहित धरती में समा गई और श्राप देते हुए कहा कि भविष्य में इस गांव की किसी बहू ने करवा चौथ का व्रत किया तो उसका सुहाग उजड़ जाएगा। तब से गांव में किसी ने व्रत नहीं रखा।