जानिए हनीप्रीत ने राम रहीम के लिए इस बार करवा चौथ का व्रत रक्खा था या नही
गुरमीत राम रहीम के जेल की सलाखों के पीछे पहुंचते ही डेरा सच्चा सौदा का मंजर बदल गया है. साथ ही उसके चेले- चपाटों और महिला अनुयायियों का विश्वास भी डोल चुका है. एक ओर जहां रविवार को करवा चौथ चौथ के मौके पर डेरा सच्चा सौदा में सन्नाटा पसरा रहा. वहीं राम रहीम के लिए चौंकाने वाली ख़बर है कि अक्सर उसको दोनों जहां का सुहाग बताने वाली हनीप्रीत इंसां ने भी पापा की लंबी उम्र के लिए व्रत नहीं रखा.
हनीप्रीत इंसां से पूछताछ कर रहे एक बड़े पुलिस अधिकारी ने अपना नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर ‘आजतक’ को बताया है कि हनीप्रीत ने रविवार को हमेशा से ज्यादा खाना खाया. अक्सर दो-तीन चपातियां खाने वाली हनीप्रीत ने रविवार को कुल 6 चपातियां खाई. खाना खाने के बाद मजे से लॉकअप में टहली.
हनीप्रीत पूछा करवाचौथ के बारे में
हालांकि सूत्र बताते हैं की हनीप्रीत ने 1 दिन पहले लॉकअप में एक महिला पुलिसकर्मी से करवा चौथ के बारे में पूछा था.
पहले कहती थी दोनो जहां का सुहाग
हनीप्रीत इंसां जो कभी कहती थी कि लोग व्रत उनके लिए रखते हैं जो उनका सुहाग होते हैं और हम व्रत हमारे पापा के लिए रखते हैं, जो दोनों जहां के सुहाग हैं.
डेरा में चौथ का चांद राम रहीम
गुरमीत राम रहीम करवाचौथ के दिन डेरा सच्चा सौदा में अपनी मजलिस में चांद बन कर बैठता था. उसकी महिला श्रद्धालु चांद देखने के बजाए छलनी से उसे देख कर ही व्रत तोड़ती थी. लेकिन इस बार राम रहीम के जेल में होने से डेरा सच्चा सौदा में करवा चौथ के दिन खामोशी देखने को मिली.
छोटी बच्चियों को व्रत के लिए मजबूर
डेरा के कुछ पूर्व सेवकों ने गुरमीत राम रहीम पर छोटी-छोटी बच्चियों को भी व्रत के दिन भूखे प्यासे रखने पर मजबूर करने का आरोप लगाया था.
करवा चौथ लेकर आई दुख भरा संदेश
अपनी मजलिस में राम रहीम खुद को दोनों जहां का सुहाग बताता था. बाकायदा महिला श्रद्धालुओं और छोटी बच्चियों द्वारा करवा चौथ के मौके पर लिखे गए संदेश भी पढ़ता था. लेकिन इस बार करवा चौथ उसके लिए एक दुख भरा संदेश लेकर आई है. खुद को दोनों जहां का सुहाग बताने वाला न केवल खुद जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया है बल्कि उसकी सभी महिला अनुयायियों जिसमें हनीप्रीत भी शामिल है, उसने भी राम रहीम लिए व्रत रखना ठीक नहीं समझा.