दोबारा ब्राजील की राष्ट्रपति चुनी गईं डील्मा रॉसेफ
रियो डी जनेरियो। वामपंथ की ओर झुकाव रखने वाली ब्राजील की महिला राष्ट्रपति डील्मा रॉसेफ कड़े मुकाबले में एक बार फिर इस पद के लिए निर्वाचित हो गई हैं। अभी 99 फीसदी मतों की गिनती हुई है और डील्मा को 51.5 प्रतिशत मत मिले हैं, जबकि उनके प्रतिद्वंदी एसिओ नेवेस को 48.5 फीसदी वोट हासिल हुए हैं। रॉसेफ की जीत से वर्कर्स पार्टी के शासन की अवधि और बढ़ गई है। वर्ष 2003 से राष्ट्रपति पद पर वर्कर्स पार्टी का वर्चस्व रहा है। इस अवधि के दौरान, उन्होंने सामाजिक कार्यक्रम लागू किए जिससे लाखों ब्राजील वासियों के जीवन स्तर में सुधार में मदद मिली। इस बीच, एएफपी की एक खबर में बताया गया है कि चुनाव जीतने के बाद डील्मा ने राष्ट्रीय एकता का आहवान किया है। चार साल का एक और कार्यकाल हासिल करने के बाद उन्होंने अपने विजय संबोधन में समर्थकों से कहा मैं देश के भविष्य के लिए ब्राजील वासियों से एकजुट होने का आहवान करती हूं। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि चुनाव ने देश को विभाजित किया है। बहरहाल, सबकी इच्छा देश के बेहतर भविष्य की है। प्रचार अभियान के दौरान मतदाता दो खेमों में बंट जैसे गए थे। एक खेमे को लगता था कि सिर्फ राष्ट्रपति ही गरीबों की रक्षा कर सकेंगी और सामाजिक समावेश को आगे बढ़ा सकेंगी। दूसरे खेमे का मानना था कि डील्मा के प्रतिद्वन्द्वी की बाजार के अनुकूल नीतियों से ब्राजील में ठोस विकास हो सकता है। एजेंसी