नई दिल्ली केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति इरानी ने उर्दू को देश की मिट्टी की जुबान बताते हुए आज कहा कि जो बच्चे प्राथमिक विद्यालय में अपनी मातृभाषा में पढ़ना चाहते हैं, उन्हें यह सुविधा दी जाएगी। इरानी ने राष्ट्रीय उर्दू विकास परिषद की ओर से आयोजित विश्व उर्दू सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार देश की सभी मातृ भाषाओं के विकास के लिए कार्य कर रही है। बच्चों की प्राथमिक स्तर की शिक्षा मातृभाष में दिए जाने के संवैधानिक अधिकार को लागू करने की मांग उठाए जाने पर उन्होंने कहा कि वह इस मामले को केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड को देखने को कहेगी। उन्होंने कहा कि प्राथ्माकि स्तर पर उर्दू पढ़ाने का मामला राज्यों से जुड़ा है, फिर भी राज्यों से सभी भाषाओं के विकास का अनुरोध करेंगी।