मीट कारोबारी मोईन कुरैशी के खिलाफ जांच कर रही ईडी ने चार्जशीट में नए खुलासे किए हैं। कुरैशी पर हवाला के जरिए 200 करोड़ रुपए विदेश भेजने का आरोप है। सोमवार को दाखिल की गई चार्जशीट के मुताबिक, कुरैशी खुद को जांच से बचाने के लिए कई अधिकारियों को ना सिर्फ रिश्वत दिया करते थे बल्कि उनके विदेश घूमने और शॉपिंग का खर्चा भी उठाते थे।
कुरैशी के लिए काम करने वाली दीपाली यादव के ईडी को दिए गए बयान में यह बात कही है। दिपाली ने ईडी को बताया कि उसके पास विदेश के महंगे स्टोर जैसे अरमानी, डियोर और कई होटलों से फोन आते थे और किए गए खर्चे की पेमेंट करने को कहा जाता था। दीपाली के मुताबिक, कुरैशी यह सब खुद को सीबीआई की जांच से बचाने के लिए करते थे।
सीबीआई डायरेक्टर्स के नाम शामिल
सतीश सना नाम के शख्स ने सीधे आरोप लगाया है कि कुरैशी सीबीआई के उस वक्त के प्रमुख रंजीत सिन्हा से जान पहचान होने का दावा करता था। सना ने बताया कि कुरैशी ने उनके दोस्त सुकेश गुप्ता को जमानत पर छुड़वाने के लिए एक करोड़ रुपए लिए थे। सुकेश एमबीएस ज्वैलर्स के डायरेक्टर थे। उनपर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगा था जिसकी वजह से खनिज और धातु व्यापार निगम को 194 करोड़ का नुकसान हुआ था।
सना ने बताया कि कुरैशी ने कहा था कि उसने सीबीआई के बॉस (रंजीत सिन्हा) से बात कर ली है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि सुकेश की जमानत का सीबीआई विरोध नहीं करेगी।
हालांकि, तीन महीने बाद भी जमानत नहीं हो पाई थी और बाद में मैरिट के दम पर सुकेश बाहर आया था। इसपर सना ने एक करोड़ में से बाकी के 25 लाख ना देने का फैसला कर लिया था, लेकिन इस सबके बीच कुरैशी ने उसको परेशान और दोस्तों के सामने जलील करना शुरू कर दिया जिसके बाद उसने पैसे दे दिए। एक दूसरे गवाह ने सीबीआई के डायरेक्टर एपी सिंह और कुरैशी के संबंध होने की भी बात कही है।