नई दिल्ली। सीबीएसई स्कूलों में दसवीं कक्षा में बोर्ड की परीक्षा दोबारा शुरू हो सकती है। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा छह महीनों के अंदर शिक्षा नीति में किया गया यह दूसरा बड़ा बदलाव है। जून में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के चार वर्षीय कार्यक्रम को पारंपरिक तीन वर्षीय पाठ्यक्रम में बदलने की मंजूरी दी थी। हालांकि सीबीएसई का कहना है कि इस मसले पर अब तक केंद्र सरकार की ओर से किसी ने उससे संपर्क नहीं किया है। उम्मीद की जा रही है कि शिक्षा को लेकर गठित केंद्रीय सलाहकार बोर्ड की अगली मीटिंग में यह मसला उठ सकता है। बैठक एक-दो महीने के भीतर होने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि HRD मिनिस्टर स्मृति ईरानी ने जब कुछ छात्रों से बात की, तो छात्रों ने यह सुझाव दिया कि 10वीं बोर्ड की परीक्षा फिर से शुरू होनी चाहिए। इसी के बाद स्मृति ईरानी ने इस बारे में बात आगे बढ़ाने का फैसला किया। गौरतलब है कि तत्कालीन HRD मिनिस्टर कपिल सिब्बल ने साल 2011 में 10वीं बोर्ड की परीक्षा को ऑप्शनल बनाने का निर्णय किया था। तबसे स्टूडेंट्स को मार्क्स के बदले ग्रेड दिए जाते हैं।