नोटबंदी की सालगिरह पर सरकार और विपक्ष में आर-पार की लड़ाई चल रही है. विपक्ष इसे काला दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार सुबह ट्वीट कर नोटबंदी पर हमला बोला.
ममता ने ट्वीट किया नोटबंदी एक त्रासदी थी. हम लोग इस घोटाले का एक साल पूरा होने पर प्रदर्शन करेंगे. मैं आपसे अपील करती हूं कि इस दिन अपनी ट्विटर प्रोफाइल को भी ब्लैक करें और विरोध करें.
ममता ने अपने ट्वीट में GST को नया नाम दिया. उन्होंने लिखा कि ग्रेट सेल्फिश टैक्स लोगों को परेशान करने के लिए है. लोगों की जॉब छीनने के लिए, कारोबार को नुकसान पहुंचाने के लिए, अर्थव्यवस्था को खत्म करने के लिए. केंद्र सरकार जीएसटी को संभाल नहीं पाई.
आपको बता दें कि 8 नवंबर को विपक्ष इसे काला दिवस के रूप में मनाएगा. इस दौरान विपक्षी पार्टियां देशभर में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगी. वहीं दूसरी ओर, केंद्र सरकार इसे एंटी ब्लैक मनी डे के रूप में मनाएगी, बीजेपी की तरफ से भी देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
8 नवंबर 2016 को लागू हुई थी नोटबंदी
गौरतलब है कि पिछले साल 8 नवंबर को रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोटों पर पाबंदी की घोषणा की थी. जिसके बाद लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. नोटबंदी के बाद बड़ी तादाद में फर्जी कंपनियों के जरिए नकद राशि जमा कराने जैसी घटनाएं सामने आई थीं.
हालांकि, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आंकड़ों ने भी सबको हैरान कर दिया था. जिसमें कहा गया था कि नोटबंदी के बाद 99 फीसदी पुराने वोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आए हैं. विपक्ष ने इस पर सवाल उठाते हुए मोदी सरकार के फैसले को कालाधन को सफेद करने वाला कदम करार दिया था.