देहरादून: राजधानी देहरादून में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शिखर फॉल से ऋषिपर्णा रिस्पना नदी के पुनर्जीवीकरण अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने वहां मौजूद सभी अधिकारियों को ऋषिपर्णा नदी के पुनर्जीवीकरण के लिए शपथ भी दिलायी। सीएम ने कहा कि सरकार ने देहरादून में ऋषिपर्णा नदी और अल्मोड़ा में कोसी नदी के पुनर्जीवीकरण का संकल्प लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि नदियों के पुनर्जीवीकरण में आम लोगों की भागीदारी भी बेहद जरूरी है।
अभियान के शुभारंभ के दौरान सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता को एक अभियान बना दिया है। राज्य सरकार ने भी संकल्प लिया है कि प्रदेश की नदियों का पुनर्जीवीकरण किया जाएगा। यूसर्क के वैज्ञानिक श्री दुर्गेश पंत और ईको टास्क फोर्स के कर्नल आरएचएस राणा के सहयोग से जूनियर ईको टास्क फोर्स का गठन किया गया है। जिसमें विद्यार्थियों और युवाओं-युवतियों को शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिपर्णा नदी के आठ स्रोतों को चिन्हित कर अभियान में शामिल किया गया है।
जनता की सहभागिता भी बेहद जरूरी
वहीं उन्होंने कहा कि देहरादून की जनसंख्या दुगनी हो गयी है, लेकिन पानी का डिस्चार्ज आधा रह गया है। पूरे विश्व के वैज्ञानिक पानी के लिए चिंतित हैं। उनकी आशंका है कि अगला विश्व युद्ध पानी के लिए होगा। जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने 11 नदियों को पुनर्जीवित किया है, जिसमें सरकार से कोई मदद नहीं ली गयी। ग्रामीण लोगों का विज्ञान इसमें जोड़ा गया है। इसी प्रकार हम सभी की सहभागिता इसमें चाहिए। उनका कहना है कि हर किसी को यह लगना चाहिए कि ऋषिपर्णा नदी का पुनर्जीवीकरण ही उनका सपना है, तभी इस नदी का पुनर्जीवीकरण हो सकेगा।
नदियों के पुनर्जीवीकरण के लिए मिलकर करना होगा काम
वहीं इस अवसर पर मौजूद जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने सरकार और जनता को बधाई देते हुए कहा कि सीएम त्रिवेंद्र रावत ने राज, समाज और संतों को एक साथ संकल्प दिलाया है। नदियों का पुनर्जीवीकरण संस्कृति, प्रकृति, प्यार और सम्मान के साथ करना होगा। हमें संकल्प लेना होगा कि उत्तराखंड की नदियों का पुनर्जीवीकरण हम उत्तराखंड के लोग मिलकर करेंगे।
रिस्पना को संवारने को पर्मार्थ निकेतन देगा एक करोड़
परमार्थ निकेतन के चिदानंद मुनि ने कहा कि रिस्पना से ऋषिपर्णा की यात्रा में परमार्थ निकेतन सरकार का हमेशा साथ देगा। नदी के पुनर्जीवीकरण के लिए आवश्यक वृक्षारोपण के लिए पौधों की व्यवस्था परमार्थ निकेतन द्वारा की जाएगी। इन नदियों को बचाने के लिए पहरेदार बनना है। उन्होंने नदियों के पुनर्जीवीकरण अभियान के लिए परमार्थ निकेतन द्वारा 1 करोड़ रूपए दिये जाने की घोषणा की।
शुभारंभ के अवसर पर वहां मौजूद कर्नल आरएचएस राणा ने आश्वासन दिया कि नदियों के पुनर्जीवीकरण के कार्य में ईको टास्क फोर्स पूर्ण रूप से सहयोग करेगी।