अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस कम्युनिकेशंस ने सोमवार को कहा कि उसने अपनी डीटीएच इकाई को वीकॉन मीडिया एंड टेलीविजन को बेचने का समझौता किया है. कंपनी इस सौदे के जरिए अपना कर्ज बोझ कम करेगी. यह सौदा कंपनी की 30 अक्तूबर को घोषित कर्ज भुगतान योजना का हिस्सा है. इस योजना में कंपनी ने स्पेक्ट्रम, टॉवर और फाइबर आदि की बिक्री कर 17,000 करोड़ रुपये जुटाने का वादा किया है. दरअसल, अनिल अंबानी की कंपनी 44,300 करोड़ रुपये के बोझ तले दबी है.
रिलायंस कम्युनिकेशंस ने एक बयान में कहा है, ‘आरकॉम ने सोमवार को उसकी अनुषंगी रिलायंस बिग टीवी लिमिटेड की बिक्री के लिए वीकॉन मीडिया एंड टेलीविजन लिमिटेड के साथ सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. उसकी यह अनुषंगी पूरे देश में डायरेक्ट-टु-होम व्यवसाय में कार्यरत है’.
कर्ज के साथ हुई डील
कंपनी ने हालांकि, ये खुलासा नहीं किया है कि कितनी करम में डील हुई है. वीकॉन इस सौदे में रिलायंस बिग टीवी को ‘जैसा है जहां है’ के आधार पर उसकी मौजूदा सभी तरह की कारोबारी देनदारियों के साथ खरीदेगी. यानी कंपनी पर जो भी कर्ज है वो वीकॉन ही अदा करेगी.
दोनों कंपनियों ने इस बारे में एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. इस समझौते के तहत आरबीटीवी के लगभग 500 कर्मचारियों को वीकॉन बनाए रखेगी. इसके अनुसार आरबीटीवी के 12 लाख ग्राहकों की नौकरी पर कोई संकट नहीं आएगा.