करें इन शुभ मुहूर्तों में मुख्य ये शुभ कार्य
कार्तिक मास की देवोत्थान एकादशी के बाद मांगलिक कार्यों का शुभारंभ तो हो चुका है, लेकिन इसके बाद भी नवंबर माह की इन तिथियों में यदि आप विशेष कार्य करना चाहते हैं तो आपको शुभ फल मिल सकता है। शुभ मुहूर्त के पीछे मान्यता यह है कि भगवान विष्णु जी चार महीने बाद नींद से जागते हैं।
ऐसे में इस एकादशी के बाद से विवाह, मुंडन जैसे सभी प्रकार के मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। वैसे तो अधिकांश ज्योतिषियों का मानना है कि नवंबर माह में मुण्डन मुहूर्त, यज्ञोपवीत मुहूर्त और गृहप्रवेश मुहूर्त नहीं हैं, वहीं व्यापार और गौना आदि कार्यों के लिए तिथियां जरुर हैं। इन ज्योतिषियों के अनुसार व्यापार मुहूर्त में 9 नवंबर गुरु पुष्य में, घं. 16 मि. 42 के पूर्व। 15 नवंबर बुध हस्त/चित्रा में। 19 नवंबर रवि अनुराधा में। इसी प्रकार गौना मुहूर्त है जो कि 23 नवंबर गुरु उ.षा. में और 29 नवंबर बुध उ.भा. में विशेष है।
नींव पूजन मुहूर्त 15 नवंबर बुध हस्त/चित्रा में।
23 नवंबर गुरु उ.षा. में। 25 नवंबर शनि धनिष्ठा में। 27 नवंबर सोम शतभिषा में, घं. 11 मि. 03 के पूर्व।
इन तिथियों में किए गए निर्धारित कार्य आपको विशेष फल दे सकते हैं।