बदायूं। बदायूं कांड के मामले में नया मोड़ आ गया है। सीबीआई जांच में कई खुलासे हुए हैं। टीम के मुताबिक, चचेरी बहनों का गैंगरेप नहीं हुआ था। उनकी हत्या भी नहीं हुई थी। उन दोनों ने सुसाइड किया था। सीबीआई के डायरेक्टर रंजीत सिन्हा ने इस बात की तस्दीक की है। उनका कहना है कि टीम ने पांच महीने तक मामले की जांच की। इसमें यह बात सामने आई है कि दोनों लड़कियों के साथ न तो गैंगरेप हुआ था और नहीं ही किसी ने हत्या की थी। दोनों ने दुपट्टे से लटककर आत्महत्या की थी। सीबीआई शुक्रवार को जांच रिपोर्ट पेश करेगी। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने सीबीआई जांच रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी सत्ता में वापस आएगी तो इस मामले की दोबारा जांच कराएगी। मृतक लड़की के पिता सोहनलाल का कहना है कि पीएम में रेप की पुष्टि हुई थी। डॉक्टरों ने बताया था कि छोटी लड़की रेप के दौरान ही मर गई थी। सीबीआई उस रिपोर्ट को क्यों नहीं देखा? इसके बाद में सीबीआई ने डॉक्टर की रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए दोबारा पोस्टमार्टम की बात की थी, जोकि नहीं हुआ। आरोपी पप्पू ने भी पुलिस के सामने गुनाह कुबूल किया था। जिस पेड़ पर लड़कियां लटकी थी, वहां पर पेड़ पर चढ़कर आत्महत्या करना बहुत मुश्किल है। उन्होंने न्याय पाने के लिए सीबीआई जांच की मांग की थी, यदि न्याय नहीं मिला, फिर भी आखिरी दम तक लड़ते रहेंगे ।
वहीं, सीएम अखिलेश यादव ने बदायूं कांड को लेकर एक बार फिर मीडिया पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मीडिया ने बदायूं कांड को लेकर सरकार को बेवजह काफी बदनाम किया, तरह-तरह की स्टोरियां बनाई। इनमें कोई सच्चाई नहीं थी। मीडिया भले हैं रिकार्डिंग सेल हटा देती है, लेकिन उनके विभाग में मीडिया द्वारा की गई खबरों की रिकार्डिंग होती है। हालांकि, अब मीडिया में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। वहीं, भाजपा नेता कलराज मिश्रा ने कहा है कि सीबीआई ने अपनी जांच कर ली है, यदि किसी को आपत्ति है तो वह न्यायिक जांच की मांग कर सकता है। भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि बदायूं प्रकरण में जिस तरीके से सपा के कद्दावर मंत्री आजम खान ने मीडिया को अपनी हदें में रहने की हिदायत दी है। इससे साबित हो गया है कि प्रदेश में एक बार फिर सपा सरकार ‘हल्ला बोल’ की तैयारी में है। सीेएम अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्य में गंभीर घटनाओं पर संबंधित अधिकारियों की गलतियों का दोष मीडिया और विपक्ष पर मढ़ कर मुख्यमंत्री बच नहीं सकते हैं।