भ्रष्टाचार के खिलाफ राजनीति करने के लिए बनी आम आदमी पार्टी को 26 नवंबर को पांच साल पूरे हुए और पार्टी का ने रामलीला मैदान पर इसका जश्न भी मनाया। लेकिन इसके अगले ही दिन सोमवार(27 नवंबर) को पार्टी पर भ्रष्टाचार के एक मामले में ही आयकर विभाग ने 30.67 करोड़ का नोटिस भेजा है।
दरअसल यह मामला आम आदमी पार्टी के चंदे का है। आयकर विभाग ने पार्टी के चंदे में अनियमितता पाई है। आयकर विभाग ने पार्टी से पूछा है कि क्यों उससे ये रकम न वसूली जाए। आईटी ने पार्टी को इस बारे में 7 दिसंबर तक जवाब देने को कहा है।
आईटी के इस नोटिस के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय खंजाची दीपक वाजपेयी ने प्रेस कांफ्रेंस कर आयकर की नोटिस को बोगस और आधारहीन करार दे दिया। दीपक ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि किसी पार्टी के चंदे को गैर-कानूनी ठहराया गया है।
हमारा चंदा पवित्र है और हमने एक-एक पैसे की जानकारी दी है। हमने दूसरी पार्टियों की तरह चंदे के रूप में काले धन का इस्तेमाल नहीं किया। दीपक बोले कि कि हमने अपने चंदे को हमेशा पारदर्शी रखा है।
यह नोटिस आप की क्रांति को कुचलने की कोशिश है लेकिन ये क्रांति वो गुलाब का पौधा है कि उसे जितना कलम किया जाएगा वह उतनी खुश्बू बिखेरेगा। हमारे खिलाफ ये शत्रुतापूर्ण कार्रवाई की गई है।