अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि इवांका जीईएस और नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के अलावा किसी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगी। आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य में निवेश के लिए कई अमेरिकी कंपनियों को भी बुलाना चाहते थे।
न्यूज एजेंसी एएनआई से मिली जानकारी के मुताबिक हैदराबाद में आज पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप के आगमन को मद्देनजर रखते हुए 2500 सुरक्षाकर्मियों को तीन घेरों में तैनात किया गया है। इस बात की जानकारी सीपी संदीप शांडिल्य ने दी है।
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने अमेरिकी राजदूत केनिथ जस्टर के साथ सोमवार को एक संयुक्त प्रेसवार्ता में बताया कि केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, निर्मला सीतारमण और सुरेश प्रभु भी इस समिट में हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि उद्घाटन के बाद इवांका और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण एक परिचर्चा में हिस्सा लेंगी।
इसमें महिला उद्यमियों के लिए अवसर बनाने पर चर्चा की जाएगी। इस चर्चा का संचालन एमेरिट्स सिस्को के चेयरमैन जॉन चैंबर्स करेंगे। उन्होंने बताया कि जीईएस के समापन सत्र में महिला उद्यमियों का समर्थन करने वाले, उन्हें आगे बढ़ाने वाले और वित्तीय मदद करने वाले प्रभावशाली लोगों को साथ लाया जाएगा। समापन सत्र का संचालन वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु करेंगे।
आर्थिक सुधार से बढ़ेगा अमेरिकी निवेश
अमेरिकी राजदूत जस्टर ने विश्व बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा, महत्वपूर्ण बात यह है कि आर्थिक सुधारों की प्रक्रिया से भारत में अमेरिकी निवेश बढ़ेगा। हालांकि निवेश का फैसला निजी क्षेत्र और बाजार की ताकतों पर निर्भर करेगा।
अमेरिका में एच1एन1 वीजा पर बोलने से इनकार करते हुए जस्टर ने कहा कि उनकी सरकार वीजा नीति की विस्तार से समीक्षा कर रही है, अभी इसकी घोषणा नहीं हुई है। हालांकि यह वीजा पॉलिसी किसी देश पर केंद्रित नहीं है। इसका मकसद हुनर और इनोवेशन को अमेरिका की ओर आकर्षित करना है।