कितना सुरक्षित है दक्षिण कोरिया अमेरिका के परमाणु कवच से..?
नई दिल्ली: उत्तर कोरिया द्वारा मंगलवार को फिर किए बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण के बाद दक्षिण कोरिया के उप-रक्षा मंत्री का जो बयान आया है, उससे ऐसा लगता है कि अमेरिका से मजबूत सैन्य संबंध और अमेरिका से मिले परमाणु रक्षा कवच से दक्षिण कोरिया सुरक्षित है.दक्षिण कोरिया को विश्वास है कि कोरियाई प्रायद्वीप में अभी भी स्थिति को काबू में किया जा सकता है.
उल्लेखनीय है कि दक्षिण कोरिया के उप रक्षा मंत्री येओ सूक जो ने अपने बयान में कहा कि भले ही उत्तर कोरिया के पास परमाणु हथियार हो, लेकिन दक्षिण कोरिया इसका मुकाबला पारंपरिक हथियारों से ही करेगा, क्योंकि दक्षिण कोरिया को अमेरिका से ‘न्यूक्लियर-एमब्रेला’ (Nuclear umbrella) यानी परमाणु कवच मिला हुआ है.
उत्तर कोरिया द्वारा फिर एक बैलेस्टिक मिसाइल लॉन्च किए जाने पर उप रक्षा मंत्री ने कहा कि वह मिसाइल कार्यक्रम के द्वारा हमें उकसाना चाहता है. कोरियाई प्रायद्वीप में हालात को काबू में किया जा सकता है. येओ सूक जो ने आश्वस्त किया कि अगले साल फरवरी में दक्षिण कोरिया में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक सुरक्षित माहौल में संपन्न होंगे.
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने मंगलवार को एक बार फिर बैलेस्टिक मिसाइस का टेस्ट कर पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है. सबसे पहले जापान ने रेडियो सिग्नल मिलने के बाद उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल टेस्ट करने की जानकारी दी थी. जिसकी बाद में दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने भी पुष्टि कर दी.बता दें कि उत्तर कोरिया की हुवासांग-15 नामक यह मिसाइल, परीक्षण के दौरान ये करीब 50 मिनट तक आसमान में रही और करीब 4500 किलोमीटर तक ऊपर गई थी. उसके बाद ये मिसाइल जापान के समुद्र में आकर गिरी.