नार्थ कोरिया ने कहा- अमेरिका का यह कदम परमाणु युद्ध के लिए खुली चुनौती
अमेरिका-दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास से भड़के उत्तर कोरिया ने परमाणु युद्ध को लेकर चेताया है। उत्तर कोरिया का कहना है कि इस संयुक्त सैन्य अभ्यास के जरिए परमाणु युद्ध को उकसाया जा रहा है। देश के अखबार रोडोंग सिनमुन के अनुसार, उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा पांच दिवसीय सैन्य अभ्यास से परमाणु युद्ध के शुरू होने की संभावना है। उत्तर कोरिया ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासनको इसके लिए दोषी ठहराया। उत्तर कोरिया के अनुसार, कोरियाई प्रायद्वीप पर इस तरह से अभ्यास करना अमेरिका को महंगा साबित होगा।
उत्तर कोरिया ने इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल लांच किया था जो जापान के समुद्र में जा गिरा। इसके दो दिन बाद ही यह अभ्यास सोमवार से शुरू हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, F-22 फाइटर जेट समेत 230 एयरक्राफ्ट व 12,000 अमेरिकी सैनिक इस अभ्यास में भाग लेंगे।
उत्तर कोरिया ने कहा है कि दोनों देश नहीं माने तो यह परमाणु युद्ध की शुरूआत हो सकती है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया का यह सबसे ब़़डा वायुसैनिक अभ्यास होगा जिसमें 230 अत्याधुनिक लड़ाकू विमान हिस्सा लेंगे। इनमें अमेरिका का अत्याधुनिक एफ-22 रैप्टर स्टील्थ विमान भी शामिल होगा।
समस्या खत्म करने का एक तरीका युद्ध का भी है
उत्तर कोरिया की यह प्रतिक्रिया अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एचआर मैकमास्टर के उस बयान के बाद आई है जिसमें कहा गया था कि साधनहीन लेकिन परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया से युद्ध का खतरा ब़़ढ रहा है। उन्होंने कहा, यह खतरा दिनोदिन बढ़ता जा रहा है। हम इस समस्या के खात्मे की दिशा में बढ़ते जा रहे हैं। समस्या खत्म करने का एक तरीका युद्ध का भी है, जिसकी आशंका दिनोदिन बढ़ती जा रही है। चार दिसंबर से शुरू होकर आठ दिसंबर तक चलने वाला यह वायुसैनिक अभ्यास उत्तर कोरिया के लंबी दूरी के बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण से छह दिन बाद शुरू हो रहा है। इस बैलेस्टिक मिसाइल से अमेरिकी शहरों पर परमाणु हमला करने की उत्तर कोरिया ने धमकी दी है।
किसी भी क्षण परमाणु युद्ध भड़क सकता
उत्तर कोरिया की सत्तारुढ़ वर्कर्स पार्टी के अखबार रोडोंग सिनमुन ने इस अभ्यास की निंदा की है। कहा है कि यह उत्तर कोरिया को भड़काने की कार्रवाई है। इसके चलते किसी भी क्षण परमाणु युद्ध भड़क सकता है। अखबार में कहा गया है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के नेताओं को समझ लेना चाहिए कि युद्ध भड़कने की स्थिति में उत्तर कोरिया केवल सैन्य ठिकाने पर ही निशाना नहीं लगाएगा बल्कि उसके निशाने पर और भी बहुत सी चीजें होंगी। उल्लेखनीय है कि शनिवार को उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अमेरिका परमाणु युद्ध पर आमादा है। इसके लिए सहयोगी देशों से भीख मांग रहा है।