शीत सत्र से संसद की कैंटीन में खानपान महंगा
नई दिल्ली : सरकार ने संसद की कैंटीनों का खानपान मंहगा हो गया है। आगामी 15 दिसंबर से शुरू होने वाले शीतकालानी सत्र में संसद की कैंटीन में खाना खाने पर अधिक जेब ढीली करनी होगी। सरकार ने संसद कैंटीन के खानपान पर पांच फीसदी जीएसटी लगाने का फैसला किया है।रेलवे स्टेशनों पर ठेलों पर बिकने वाला खाना भी पांच फीसदी जीएसटी लगने से मंहगा हो गया है। रेलवे बोर्ड ने नया नियम 15 नवंबर से लागू कर दिया है। रेलवे बोर्ड की ओर से 1 दिसंबर को जारी अधिसूचना में कहा गया कि स्टेशनों पर खानपान की स्थिर यूनिटें (ठेले) और संसद की सभी कैंटीन में खानपान पर 5 फीसदी का जीएसटी लगाया गया है। इससे पूर्व रेलवे ने 28 जून को मेल, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट ट्रेनों सहित राजधानी व शताब्दी एक्सप्रेस के खाने पर 18 फीसदी जीएसटी लगाने का आदेश जारी किया था।
खाद्य सामग्री जीएसटी से पहले जीएसटी के बाद
सुबह चाय 12.5 रुपये 15 रुपये
नश्ता 81.5 रुपये 100 रुपये
लंच-डिनर 129 रुपये 155 रुपये
शाम की चाय 41 रुपये 50 रुपये
कम्बो मील 66.5 रुपये 80 रुपये
नोट : एसी 1 में खाने की दरें प्रति यात्री। अब यह दरें मेल-एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों में एसी-1 पर यह दरें लागू होंगी।
राजधानी-शताब्दी दुरंतो में जुलाई में १८ प्रतिशत जीएसटी लागू होने पर कीमत
खाद्य सामग्री जीएसटी से पहले जीएसटी के बाद
सुबह की चाय 8 रुपये 10 रुपये
नश्ता 66.5 रुपये 80 रुपये
लंच-डिनर 112 रुपये 135 रुपये
शाम की चाय 40 रुपये 50 रुपये
कंबो मील 66.5 रुपये 80 रुपये
नोट : एसी 2, 3 और चेयरकार में प्रति यात्री खाने की दरें। मेल-एक्सप्रेस पर भी दरें लागू होंगी।