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मच्छर के काटने से नहीं होता एड्स : शोध

लंदन : एड्स और एचआईवी को लेकर लोगों में काफी सारे कन्फ्यूजंस रहते हैं। इस बारे में सही जानकारी होना बेहद जरूरी है। एचआईवी एक वायरस है, जिसका अटैक इम्यून सिस्टम पर होता है। अगर इसका इलाज सही वक्त पर न हो तो इंसान का इम्यून सिस्टम पूरी तरह बेकार हो जाता है। वहीं लोगों में एचआईवी के फैलने से जुड़े भी कई भ्रम होते हैं। हग करने, हाथ मिलाने, टॉइलट शेयर करने, साथ खाने या मुंह के पास आने और किस करने से भी एचआईवी नहीं फैलता। इसके अलावा लार, आंसू, पसीना, जिसमें एचआईवी संक्रमित व्यक्ति का खून न मिला हो, मच्छर या और दूसरे खून चूसने वाले कीड़ों से एचआईवी नहीं फैलता है। एचआईवी कुछ खास बॉडी फ्लूइड्स, ब्लड, सीमेन, प्री-सेमिनल फ्लूइड, रेक्टल फ्लूइड, वजाइनल फ्लूइड्स या एचआईवी संक्रमित महिला के ब्रेस्ट मिल्क से दूसरे के शरीर में पहुंच सकता है। ज्यादातर लोगों में एचआईवी असुरक्षित सेक्स या नीडल और सिरिंज से फैलता है। एचआईवी संक्रमित मां से बच्चों में भी यह संक्रमण पहुंच सकता है।

एचआईवी फैलने की सबसे कॉमन वजह असुरक्षित शारीरिक संबंध हैं। संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाने वाले व्यक्ति को भी यह संक्रमण हो सकता है। ऐनल सेक्स के दौरान यह रिस्क और ज्यादा होता है। कुछ वक्त पहले तक हेट्रोसेक्शुअल लोगों में यह संक्रमण ज्यादा पाया जाता था। हालांकि अब गे और बाइसेक्शुअल में भी यह संक्रमण बढ़ रहा है। यह एचआईवी संक्रमण की दूसरी बड़ी वजह है। संक्रमित रक्त और इंजेक्शन वगैरह से यह संक्रमण फैलता है। एचआईवी संक्रमित मां से यह संक्रमण बच्चों तक पहुंच जाता है। इसके अलावा ब्रेस्ट फीडिंग से भी यह संक्रमण बच्चे तक पहुंच सकता है। हालांकि ऐंटीरेट्रोवायरल दवाओं के इस्तेमाल से इस संक्रमण को फैलने से रोका भी जा सकता है।

 

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