टॉप न्यूज़फीचर्डराजनीति

जाने कौन हैं वो सलमान निजामी, जिन्होंने मोदी को दिया कांग्रेस पर हमलावर होने का मौका

दो दिन पहले जैसे-तैसे मणिशंकर अय्यर की ‘नीच’ वाली टिप्पणी से पीछा छुड़ाने वाली भाजपा इस बार अपने एक और नेता को लेकर फंस गई है। जम्‍मू कश्मीर के युवा नेता और पूर्व में पत्रकार रहे सलमान नियाजी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा ने पूरी कांग्रेस को घेर लिया है।
मुद्दा बनाया गया है निजामी के पुराने ट्वीट को जो उन्होंने कभी कश्मीर की आजादी के समर्थन में किए थे। गुजरात चुनाव के अंतिम दौर में  मोदी इस मुद्दे को लेकर इस कदर आक्रामक हैं कि शनिवार को अपनी सभी रैलियों में उन्होंने निजामी के बहाने लगातार पूरी कांग्रेस को घेरे रखा।

वैसे कश्मीर से बाहर सलमान निजामी का नाम इससे पहले शायद ही कोई जानता होगा, लेकिन मोदी ने उन्हें मुद्दा बनाया तो एकाएक वह चर्चाओं में आ गए। आइए, आपको बताते हैं सलमान निजामी के बारे में कौन हैं वो और क्या है पूरा विवाद?

मूल रूप से कश्मीर के रहने वाले हैं निजामी

कांग्रेस से ताल्लुक रखने वाले सलमान निजामी मूल रूप से कश्मीर के रहने वाले हैं। पूर्व में पत्रकारिता से जुड़े रहने वाले सलमान निजामी ने साल 2015 में कांग्रेस ज्वाइन की थी। बकौल सलमान वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी से व्यक्तिगत रूप से काफी प्रभावित हैं, इसलिए उन्होंने कांग्रेस का हाथ थामा।

साल 2015 में जब निजामी ने कांग्रेस की सदस्यता ली तभी उनके कुछ पुराने ट्वीट चर्चा में आ गए, जो उन्होंने 2013 में किए थे। आरोप है इन ट्वीट में निजामी ने कश्मीर की आजादी का समर्थन करते हुए भारत विरोधी बातें लिखी थीं।

हालांकि इसके तुरंत बाद सलमान ने पुलिस में कंप्लेन दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि किसी ने उनका ट्वीटर अकाउंट हैक कर लिया और इस तरह की बातें लिखीं। उस समय यह मुद्दा उतना तूल नहीं पकड़ सका था लेकिन शायद ही निजामी को अंदाजा हो कि चार साल बाद वही ट्वीट एक बार फिर उनके गले की फांस बन सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान शनिवार को उनके ट्वीट को लेकर उनके साथ साथ पूरी कांग्रेस पार्टी को लपेटे में ले लिया। वहीं मार्च में भी एक बार निजामी उस समय विवादों में आ गए थे जब उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर विवादित टिप्पणी की थी।

मोदी ने रैली में बनाया निजामी और कांग्रेस को निशाना

निजामी ने आदित्यनाथ की तुलना विवादित इस्लामिक गुरु जाकिर से करते हुए कहा था कि जिस व्यक्ति ने मुस्लिम लड़कियों को कब्र से निकालकर बलात्कार करने की बात की और जिसके खिलाफ दंगे और हत्या के मुकदमे हैं उसे मुख्यमंत्री बना दिया गया जबकि जाकिर नाइक के खिलाफ ऐसा कोई मुकदमा नहीं है उसे देश में आने नहीं दिया जा रहा है।

निजामी के इस बयान के बाद उनके खिलाफ मानहानि का नोटिस जारी किया गया था। निजामी सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहते हैं, इसलिए उन्हें जम्‍मू कश्मीर की प्रचार कमेटी का सचिव बनाया गया था।

वहीं विवाद सामने आने के बाद अब निजामी ने सफाई दी है कि वह पूरी तरह से भारतीय हैं और उन्हें इस पर फख्र है वो एक भारतीय के रूप में ही मरना चाहेंगे। देशविरोधी ट्वीट्स पर निजामी ने सफाई दी कि उस समय उनका अकाउंट हैक हुआ था और इसकी वो पुलिस में शिकायत भी कर चुके हैं। उन्होंने हमेशा देश और सेना के पक्ष में लेख लिखे हैं ऐसे में उन पर इस तरह के आरोप सही नहीं हैं।

 
 

Related Articles

Back to top button