उत्तर प्रदेशफीचर्डलखनऊ

पर्यावरण सुधार आज की सबसे बड़ी आवश्यकता -संयुक्ता भाटिया

अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड का सीएमएस में भव्य उद्घाटन

लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड का भव्य उद्घाटन आज सायं सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) ऑडिटोरियम में हुआ। लखनऊ की नव-निर्वाचित महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच दीप प्रज्वलित कर समारोह का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल एवं देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे बाल पर्यावरणविद्ों व टीम लीडरों की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा में चार चाँद लगा दिया। सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड (आई.ई.ओ.-2017) का आयोजन 9 से 12 दिसम्बर तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया जा रहा है जिसमें विभिन्न देशों से पधारे लगभग 500 छात्र रोचक प्रतियोगिताओं के माध्यम से सारी दुनिया को हरित क्रान्ति का संदेश दे रहे हैं। आई.ई.ओ.-2017 के उद्घाटन समारोह में सी.एम.एस. छात्रों ने देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्र टीमों एवं उनके शिक्षकों के सम्मान में भारतीय लोकगीतों का आलोक बिखरते एवं विश्व एकता व शान्ति का सन्देश देते अनेक शिक्षात्मक एवं प्रेरणादायी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वधर्म प्रार्थना व विश्व शान्ति प्रार्थना से हुई। इस अवसर पर छात्रों ने एक शानदार विश्व संसद का आयोजन भी किया, जिसमें विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए छात्रों ने विश्व की समस्याओं की गहन चर्चा की और वैष्विक समस्याओं के शान्ति पूर्ण समाधान भी सुझाए। समारोह में देश-विदेश की प्रतिभागी टीमों ने अनूठे अंदाज में अपना परिचय प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि संयुक्ता भाटिया ने कहा कि छात्र शक्ति व युवा जोश का सम्मिलित प्रयास ही दुनिया को पर्यावरण जैसी विषम समस्या से उबार सकता है। हर बड़े काम की शुरुआत छोटे स्तर पर ही होती है और पर्यावरण की शुद्धता हेतु हमें भी आज ही से अपने आप से शुरुआत करनी होगी। अगर हम अभी इस पर अमल नहीं करते है तो काफी देर हो जायेगी। श्रीमती भाटिया ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल ने एक अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पियाड आयोजित किया है जो कि भारत को एक विकसित देश बनाने में नया कदम साबित होगा। इससे पहले अपरान्हः सत्र में विभिन्न देशों से पधारे प्रतिभागी छात्र सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से रूबरू हुए एवं दिल खोलकर अपने विचार व्यक्त किए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्कालिस्टिका स्कूल, मीरपुर, बांग्लादेश से पधारे छात्रों ने कहा कि इस ओलम्पियाड में हम स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए तो आये ही हैं परन्तु पर्यावरण के प्रति छात्रों एवं युवा पीढ़ी को जागरूक करने में यह विशेष मददगार साबित होगा, साथ ही पर्यावरण संवर्धन के प्रति हम सभी नये-नये विचारों से अवगत हो सकेंगे। रायल इण्टरनेशनल स्कूल, श्रीलंका से पधारे छात्रों ने कहा कि इस ओलम्पियाड में पधारे विभिन्न देशों के छात्रों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करने से अपनी प्यारी धरती के गर्भ में छिपे संसाधनों से परिचित होने में अत्यधिक सफलता मिलेगी। आर्चिड साइन्स कालेज, नेपाल से पधारे छात्रों का कहना था कि सी.एम.एस. में मिले पारिवारिक माहौल ने हम सब लोगों का मन मोह लिया है। लखनऊ की तहजीब और यहाँ के एतिहासिक व प्राकृतिक स्थलों को देखने की भी हमारी दिली तमन्ना है। इसी प्रकार देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे बाल पर्यावरणविद्ों का मानना था कि मानव जाति के अस्तित्व की सुरक्षा हेतु ईश्वर प्रदत्त धरती के प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण ढंग से उपयोग तथा पर्यावरण को साफ-सुथरा तथा हरा-भरा बनाये रखना ही हम सभी का परम दायित्व है।

अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड की संयोजिका एवं सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) की वरिष्ठ प्रधानाचार्या मंजीत बत्रा ने कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पियाड पर्यावरणीय मुद्दों को एक मानवीय चेहरा देने का सतत् प्रयास है, जो छात्रों व युवा पीढ़ी को बदलते पर्यावरण की नवीनतम जानकारियों से अवगत कराने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सक्रिय भागीदारी निभाने हेतु प्रेरित करेगा। आई.ई.ओ.-2017 की सह-संयोजिका एवं सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) की प्रधानाचार्या संगीता बनर्जी ने कहा कि यह ओलम्पियाड छात्रों को पर्यावरण संवर्धन की महत्ता से अवगत करायेगा, साथ ही विभिन्न देशों के छात्रों एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर विचारा रखने का अवसर भी उपलब्ध उपलब्ध करायेगा। श्रीमती बनर्जी ने बताया कि ओलम्पियाड के अन्तर्गत ‘पर्यावरण कार्यशाला’ का आयोजन भी किया जायेगा, जिसमें प्रख्यात पर्यावरणविद् प्रतिभागी छात्रों को पर्यावरण से जुड़ी नवीनतम जानकारियों से अवगत करायेंगे।

सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि हमें प्रकृति को साथ लेकर चलना है, परन्तु इसके विपरीत हमारी नादानियों की बदौलत धरती का संतुलन धीरे-धीरे बिगड़ता जा रहा है, वायुमण्डल बुरी तरह प्रदूषित हो चुका है, ऐसे में पर्यावरण को शुद्ध बनाये रखने हेतु जन-जन को सक्रिय सहयोग की महती आवश्यकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह ओलम्पियाड किशोर एवं युवा पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति उनके दायित्वों से अवगत कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय पर्यावरण ओलम्पियाड की सभी प्रतियोगिताएं एवं समापन समारोह सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में सम्पन्न होंगे। प्रतियोगिताओं का सिलसिला कल 10 दिसम्बर को प्रातः 10.30 बजे से सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में प्रारम्भ होगा, जिसमें देश-विदेश की लगभग 55 छात्र टीमें विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं जैसे भाषण, कोरियोग्राफी, इमैजिनियरिंग माई फ्यूचर, इन्वार्यनमेन्टल क्विज, क्ले मॉडलिंग, कोर्ट रूम ड्रामा, शूट आउट, फ्यूचर फ्रेण्डली स्कूल आदि में अपने ज्ञान-विज्ञान का प्रदर्शन करेंगी। इससे पहले, ‘पर्यावरण कार्यशाला’ के अन्तर्गत प्रख्यात पर्यावरणविद् पर्यावरण संवर्धन का अलख जगायेंगे।

Related Articles

Back to top button