पहली बार एकसाथ उतरेंगी चारों फौगाट बहनें
गीता फौगाट, रितु फौगाट, संगीता फौगाट और उनके चचेरी बहन विनेश फौगाट कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप में पहली बार एक साथ मैट पर उतरेंगी। अभी तक विदेशों में गीता, बबीता और विनेश ही एक साथ प्रतियोगिताओं में मैट पर उतरी हैं। इस टीम में यूपी की चार पहलवान पूजा तोमर, गार्गी यादव, दिव्या काकरान, मन्नू तोमर भी शामिल हैं। कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में 14 से 17 दिसंबर तक होगा। चैंपियनशिप में हर देश से दो टीमें जाती हैं। महिला कुश्ती के 10 वेट कैटेगिरी में दो-दो महिला पहलवानों का चयन हुआ है।
कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप के लिए महिला पहलवानो की दो टींम जाएगी जिनमे रितु फौगाट, निर्मला, सीमा, पिंकी, विनेश फोगाट, मनीषा, पूजा ढांडा, संगीता फौगाट , गीता फौगाट, रविता, साक्षी मलिक, पूजा तोमर, रितु मालिक, गार्गी यादव, दिव्या काकरान, मोनिया, किरण, मन्नू तोमर, पूजा और कविता शामिल है। भारतीय महिला कुश्ती के चीफ कोच कुलदीप मलिक ने कहा कि कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप के लिए भारत की दो टीमें जाएगी। इसमें से ए टीम को सरकार अपने खर्च पर भेजती है तो बी टीम की पहलवानों को खुद के खर्च पर जाना होगा। जिन 20 पहलवानों टीम में रखा गया है, उनमें से 16 पहलवान अकेले हरियाणा की रहने वाली है तो यूपी की 4 पहलवानों ने जगह बनाई है। इन सभी पहलवानों से उम्मीद है कि वह देश के लिए मेडल जीतकर लाएगी।
चरखी दादरी के गांव बलाली में फौगाट की चार बहनों का कॉमनवेल्थ में सलेक्शन होने पर जहां फौगाट परिवार को काफी उम्मीदें हैं। वहीं परिवार सहित गांव व जिलेभर के लोगों में हर्ष की लहर है। अर्जुन अवार्डी पिता महावीर फौगाट कहते हैं कि उनकी चारों बेटियों का एक साथ कॉमनवेल्थ में चयन हुआ है। दिल में काफी खुशी है, यह खुशी उस समय दोगुनी हो जाएगी जब चारों बेटियां देश के लिए मेडल लेकर पहुंचेंगी।
सभी बेटियों ने इस बार काफी कड़ी मेहनत की है। बेटियों की मेहनत बेकार नहीं जाएगी। गांव की पांच अंतर्राष्ट्रीय बहनों के नाम से प्रसिद्ध गांव बलाली के ग्रामीणों को फौगाट बहनों के कॉमनवेल्थ में चयन होने पर खुशी है। वहीं उनके गांव में विकास नहीं होने का दर्द है। कुश्ती में नाम कमाने वाली बेटियों के गांव में कोच की भी व्यवस्था नहीं है। फिल्म दंगल फौगाट परिवार पर ही बनी है। तब से यह बहनें देश भर में लोकप्रिय हो गयी हैं।